Premanand Maharaj: मरने के बाद किसी शख्स का हस्र क्या होता है, ये भला सामान्य लोगों को क्या ही पता? क्या इंसान स्वर्ग जाता है, या नर्क के दरवाजे पर उसकी दस्तक होती है? ये उलूल-जुलूल ख्याल कभी-कभी दिमाग में घर कर जाते हैं। ऐसे ही एक सवाल के साथ शख्स गुरु प्रेमानंद महाराज के दरबार में पहुंच गया। प्रेमानंद महाराज के समक्ष उसने यही सवाल रखा कि मरने के बाद इंसान कहां जाता है? इस सवाल को सुन Premanand Maharaj मन ही मन मुस्काए और फिर तार्किक अंदाज में उन्होंने युवक को ऐसा उत्तर दिया जिसे सुन कलई खुल गई। स्वर्ग या नर्क से जुड़े सवाल का उत्तर प्रेमानंद महाराज ने उस अंदाज में दिया है जिसे सुन लोग हैरत में पड़ सकते हैं।
मरने के बाद कहां दस्तक देता है इंसान? Premanand Maharaj ने खोल दी कलई
भजनमार्ग के आधिकारिक यूट्यूब चैनल से जारी वीडियो में गुरु प्रेमानंद महाराज इस सवाल का जवाब देते नजर आएंगे। Premanand Maharaj का कहना है कि “अगर पाप कर्म हुआ है तो इंसान नर्क जाता है और पुण्य कर्म हुआ है तो स्वर्ग जाता है। अपने पाप और पुण्य का भोग, पहले ही भोग कर फिर मृत्यु लोक आता है इंसान। अपराध की भारत में ऐसी सजा है कि 20 साल या आजीवन कारावास या फांसी अपराध में तो होती है। लेकिन हमारे कितने ऐसे अपराध है जिसके कारण ना भारत सरकार से दंड मिला है ना हमने प्रश्चित किया है। तो उन पापों का फल नर्क में तो भोगना पड़ेगा। अगर नर्क में नहीं भोगना है तो अभी भगवत नाम जप कर लो और भगवान का आश्रय लेकर उन पापों को नष्ट कर दो।”
प्रेमानंद महाराज की लोगों से खास अपील
गुरु Premanand Maharaj आगे कहते हैं कि “यदि ऐसा नहीं किया तो भगवान तुम्हें नष्ट कर देंगे। हमने जो पाप किए हैं उसका हम यहां भुगतान कर सकते हैं। भजन के द्वारा, तीर्थ आटन के द्वारा, दान पूर्ण के द्वारा, परोपकार के द्वारा हम अपने पापों का प्रायश्चित कर सकते हैं। अगर पाप नष्ट ना होते तो निष्पाप पुरुष ही भगवत प्राप्त होता है। कीर्तन, भगवान की लीला कथा, श्रवण भगवान की लीला कथा, नाम जप, दूसरों को सुख पहुंचाना इसी से हमारे पाप नष्ट होते हैं। मेरे से कोई पाप ना हो, कोई गलती न हो, हमें बढ़िया से पवित्र हृदय के साथ नई अवस्था में रहना है। महात्मा बन जाइए, अंदर से जो भयभीत रहता है कि मेरे से गलती ना हो जाए वो निकल जाएगा। जो गलतियों में निर्भय होकर जाते हैं वे फंसकर नष्ट हो जाते हैं।