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गुस्से में कर बैठते हैं अपना भारी नुकसान? गुरु Premanand Maharaj के इन अचूक उपायों को सुन लौटेंगी खुशियां

गुरु Premanand Maharaj ने ऐसे लोगों के लिए खास उपाय सुझाए हैं जो भारी गुस्से में आकर अपना नुकसान कर देते हैं। ऐसे लोगों के लिए प्रेमानंद महाराज ने कुछ खास जाप करने को कहा है जिससे उनकी सारी विपदा और परेशानियां खत्म हो सकती हैं।

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Premanand Maharaj
Picture Credit: गूगल (सांकेतिक तस्वीर)

Premanand Maharaj: बुद्धि जहां एक ओर आपको विकास के रास्ते पर गति प्रदान करती है, तो वहीं गुस्सा मार्ग में अवरोधक बन विनाश का कारण बनता है। हम लोगों में ऐसे शख्स न जाने कितने की संख्या में होंगे, जो गुस्से में अपना भारी नुकसान कर बैठते हैं। ऐसी स्थिति में कोई आर्थिक, तो कोई मानसिक या शारिरिक नुकसान कर फिर बात में पश्चाताप करता है। ऐसे लोगों के लिए गुरु प्रेमानंद महाराज ने खास अचूक उपाय बताए हैं। Premanand Maharaj द्वारा सुझाए गए इन उपायों पर अमल कर लोगों को गुस्से पर काबू मिल सकता है। साथ ही लोग इस खास उपदेश को सुन जीवन में सकारात्मक चीजों को अपनाकर खोई खुशियां वापस हासिल कर सकते हैं। तो आइए हम आपको प्रेमानंद महाराज द्वारा बताए गए उपायों से रूबरू कराते हैं।

गुरु Premanand Maharaj के इन अचूक उपायों को सुन गुस्से पर मिल सकता है काबू

भजनमार्ग के आधिकारिक यूट्यूब चैनल से जारी शॉर्ट वीडियो में प्रेमानंद महाराज गुस्से पर काबू पाने का अचूक उपाय बता रहे हैं। उनका कहना है कि अगर हमने किसी का बुरा नहीं किया तो हमारा कोई बुरा नहीं कर सकता। हमारी सहन शक्ति खत्म हो जाती है, तभी गुस्सा हावी होता है। ऐसी स्थिति में भगवत नाम जप करो। नाम का प्रताप जब उदय होगा तो बड़े से बड़े कष्ट सह जाओगे। वीर अर्जुन का उदाहरण देते हुए Premanand Maharaj कहते हैं कि देखो कैसे अर्जुन देव को कष्ट दिया गया। वो सब सहते गए। उन्होंने भजन-साधना जारी रखा था। इसका भरपूर असर उन पर देखने को मिला। ऐसे में आप भी भजन से खूब नाम जप करो। एक दिन ऐसा होगा कि सब बल आ जाएगा और संयम शक्ति आ जाएगी। साथ ही ज्ञान जागृत हो जाएगा और आप क्रोध पर विजय हासिल कर लोगे।

क्रोध का दुष्परिणाम कैसे विकास पथ में बनता है बांधा?

इसका जिक्र भी गुरु प्रेमानंद महाराज ने कई मौकों पर दोहराया है। उन्होंने कई बार बताया है कि कैसे क्रोधी व्यक्ति सोचने-समझने की क्षमता को त्यागकर आवेश में गलत कदम उठा लेता है। Premanand Maharaj कहते हैं कि ऐसा करने वाले शख्स के जीवन पर नकारात्मक असर पड़ता है और गुस्सा उसके विकास में अवरोधक का काम करता है। ऐसे में आप गुस्से को त्यागकर आगे बढ़ें और भगवत नाम के जप के साथ अपने जीवन को सफल बनाएं।

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