Arvind Kejriwal: आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और पूर्व दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक और पत्र लिखा है। इस बार उन्होंने अमीरों के ऋण माफ करने की जगह किसानों और मध्यम वर्ग के लिए ऋण माफी की वकालत की है। केजरीवाल ने कहा कि अगर अमीरों के ऋण माफ नहीं किए जाते, तो टैक्स दरों को आधा किया जा सकता है।
Arvind Kejriwal ने किसानों और मध्यम वर्ग के लिए ऋण माफी की मांग
अपने पत्र में Arvind Kejriwal ने इस बात पर जोर दिया कि ऋण माफी का लाभ केवल उन्हीं लोगों को मिलना चाहिए, जिन्हें इसकी सबसे अधिक जरूरत है, जैसे किसान और घर के लिए ऋण लेने वाले मध्यम वर्गीय परिवार। उन्होंने कहा कि
एक व्यक्ति जो सालाना 12 लाख कमाता है, वह अपनी अधिकांश आय टैक्स में दे देता है, और यह मध्यम वर्ग के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है। अरविंद केजरीवाल का मानना है कि अमीरों के बजाय किसानों और मध्यम वर्ग को आर्थिक राहत दी जाए, जिससे उन्हें अपनी वित्तीय स्थिति मजबूत करने में मदद मिल सके।
अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार के सामने रखा विशेष प्रस्ताव
यह दो हफ्तों में पीएम मोदी को केजरीवाल का तीसरा पत्र है। 19 जनवरी को, उन्होंने सरकारी कर्मचारियों, विशेषकर एनडीएमसी और एमसीडी के सफाई कर्मचारियों के लिए एक संयुक्त आवास योजना का प्रस्ताव दिया। उन्होंने रिटायरमेंट के बाद इन कर्मचारियों को स्थायी आवास से जुड़ी चुनौतियों का समाधान करने की मांग की। इसके पहले, 17 जनवरी को, केजरीवाल ने दिल्ली मेट्रो में छात्रों के लिए 50% किराए में छूट का प्रस्ताव रखा। उन्होंने पत्र में लिखा कि दिल्ली मेट्रो केंद्र और दिल्ली सरकार का संयुक्त उपक्रम है, और दोनों को वित्तीय जिम्मेदारी साझा करनी चाहिए ताकि छात्रों पर आर्थिक बोझ कम हो सके।
5 फरवरी को दिल्ली में होगी वोटिंग
Arvind Kejriwal का यह नया पत्र दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक कुछ हफ्ते पहले आया है। दिल्ली में 5 फरवरी को चुनाव होने हैं, और 8 फरवरी को मतगणना होगी। चुनाव से पहले दिल्ली में आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। सभी पार्टियां मतदाताओं को लुभाने के लिए बड़े-बड़े वादे कर रही हैं।