Pappu Yadav: तीखी बहस, चर्चा और कयासों का दौर उस विषय पर जारी है जिसके लिए समूचा विपक्ष कई वर्षों से मुखरता से आवाज उठा रहा था। यहां बात जाति जनगणना के संदर्भ में हो रही है। दरअसल, बिहार चुनाव से पहले केन्द्र ने भारी जद्दोजहद के बाद जाति जनगणना कराने की हामी भरी है। बिहार में इस मुद्दे पर पप्पू यादव, बीजेपी, जेडीयू व राजद समेत अन्य दलों के अपने-अपने राग हैं। Pappu Yadav जहां कास्ट सेंसस को राहुल गांधी की जीत बता रहे हैं। वहीं BJP के साथ एनडीए के अन्य सहयोगी दल Caste Census का श्रेय पीएम मोदी को दे रहे हैं। एक खेमा लालू यादव का भी है जो इसे समाजवादियों की जीत बताते हुए उत्साह से सराबोर हो चुका है। ऐसे में आइए हम आपको पप्पू यादव व बीजेपी के प्रमुख नेताओं की ओर से की जा रही बयानबाजी के बारे में बताते हैं।
Caste Census पर पूर्णिया सांसद Pappu Yadav की खरी-खरी
एकसूत्रीय मोर्चा संभाले हुए पप्पू यादव ने बिहार में राहुल गांधी के नाम को दूर तलक पहुंचाने की कोशिश की है। पप्पू यादव जाति जनगणना का श्रेय राहुल गांधी को दे रहे हैं, जिसकी वजह से उनके और BJP के बीच में ठन गई है। पूर्णिया सांसद Pappu Yadav का कहना है कि “प्रधानमंत्री जी, आप अपने अंध समर्थकों को क्यों जोकर बना देते हैं। पहले उनसे जातीय जनगणना समर्थकों को गाली दिला देते हैं। फिर जातीय जनगणना करने की घोषणा कर उन्हें, उन गालियों को निगलने को विवश कर विदूषक बना देते हैं। राहुल गांधी जी के अभियान की जीत है। PM उनके अनुयायी बन गए हैं।” इस कथन के माध्यम से सीधे तौर पर पप्पू यादव जाति जनगणना को पीएम मोदी की हार और राहुल गांधी की जीत बता रहे हैं।
जाति जनगणना मुद्दे पर सांसद पप्पू यादव को BJP नेताओं की दो टूक!
कई ऐसे नेता हैं जो पीएम मोदी की जय-जयकार तक करने को तैयार हैं। इसकी वजह है Caste Census को केन्द्र द्वारा मिली मंजूरी। इसी फेहरिस्त में जब Pappu Yadav ने जाति जनगणना को राहुल गांधी की जीत बताया तो सम्राट चौधरी ने जवाब देते हुए कहा कि “चाहे सोनिया गांधी हों, राहुल गांधी हों, लालू प्रसाद हों या हमारे सीएम नीतीश कुमार हों, प्रधानमंत्री मोदी ने सबके सपनों को पूरा करने का काम किया है।”
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा है कि Caste Census का श्रेय पीएम मोदी को देते हुए कहा है कि “प्रधानमंत्री ने राष्ट्रहित में जो फैसला लिया है, वह बिहार में सीएम नीतीश कुमार और सुशील मोदी के नेतृत्व में लिया गया। प्रधानमंत्री ने भावी पीढ़ी के उत्थान के लिए फैसला लिया है। तेजस्वी यादव के पास 15 साल का मौका था, जब वे सत्ता में थे, तब उन्होंने फैसला क्यों नहीं लिया? उनकी कथनी और करनी में एकरूपता नहीं है।”
बीजेपी बिहार के चीफ दिलीप जायसवाल ने भी Pappu Yadav समेत अन्य विपक्षियों को सांकेतिक रूप में जवाब देते हुए कहा है कि “प्रधानमंत्री मोदी की योजना थी कि जब जनगणना होगी तो जाति जनगणना भी होगी, ताकि भविष्य में सभी जातियों को उनका अधिकार दिया जा सके। यह पहली बार है कि प्रधानमंत्री मोदी के फैसले पर पूरे विपक्ष ने पटाखे फोड़े हैं। इंडी गठबंधन के सभी नेता धीरे-धीरे प्रधानमंत्री के समर्थक बनते जा रहे हैं।”