Kerala Politics: दक्षिण का किला भेदने को आतुर बीजेपी एक्टिव मोड में है। याद करिए कि कैसे वक्फ बिल के खिलाफ केरल में प्रदर्शन हुए। इस प्रदर्शन को केरल की लेफ्ट सरकार और कांग्रेस का समर्थन मिला। UDF हो या LDF, दोनों मुखर तौर पर मुसलमानों के हक का जिक्र करते हुए केरल में Waqf Bill का विरोध कर रहे हैं। यही वजह है केरल का ईसाई समुदाय UDF और LDF से खफा बताया जा रहा है।
केरल पॉलिटिक्स के इस बदलते समीकरण को BJP अवसर के रूप में देख रही है। दक्षिण में पांव जमान की जुगत में लगी बीजेपी को पता है कि यदि केरल में 18 से 20 फीसदी की आबादी वाला ईसाई समुदाय उनके पक्ष में आया, तो स्थिति बदल सकती है। यही वजह है कि Kerala Politics में बदलते समीकरण को लेकर सुगबुगाहट है। दावा किया जा रहा है कि बीजेपी लेफ्ट के गढ़ में ऑपरेशन लोटस को रफ्तार दे सकती है।
क्या Waqf Bill के सहारे केरल में Christians को साध पाएगी BJP?
इस सवाल का जवाब केरल बीजेपी के नेता सुरेन्द्रन के बयानों से समझा जा सकता है। उनका कहना है कि यूडीएफ और एलडीएफ दोनों ईसाइयों को दरकिनार करते हुए मुसलमानों को वरीयता दे रहे हैं। इससे पता चलता है कि केरल के ईसाई मतदाताओं के बीच पूर्वाग्रह की गहरी धारणा अब मजबूती से जड़ें जमा रही है। बीजेपी इस जुगत में है कि केरल पॉलिटिक्स में Congress और लेफ्ट की समर्थक मानी जाने वाली ईसाई समुदाय को रिझाया जाए। वक्फ बिल और तुष्टिकरण का जिक्र कर ईसाई समुदाय के बीच एक संदेश दिया जाए। यही वजह है कि Kerala Politics में ऑपरेशन लोटस को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। सवाल उठ रहा है कि क्या BJP क्रिस्चन समुदाय को Waqf Bill के मुद्दे पर साध पाएगी। इस दावे का जवाब अभी भविष्य के गर्भ में है जिसका सभी को बेसब्री से इंतजार है।
लेफ्ट के गढ़ Kerala Politics में ऑपरेशन लोटस की सुगबुगाहट
अभेद किला केरल में अपनी पांव जमाने के लिए बीजेपी ने सक्रियता दर्शा दी है। संगठन स्तर से भी लगातार परिवर्तन कर केरल पॉलिटिक्स में BJP कैडर का विस्तार किया जा रहा है। बीजेपी केरल के अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर मुनंबम पहुंच गए जहां 600 परिवारों की 400 एकड़ जमीन वक्फ की संपत्ति घोषित कर दी गई है। इसको लेकर बीजेपी मुद्दा भी बना रही है। वहीं RSS की सक्रियता भी केरल में तेज है।
CPI के नेतृत्व वाले LDF और कांग्रेस के नेतृत्व वाले UDF को बीजेपी लगातार निशाने पर ले रही है। वक्फ बिल का जिक्र कर बीजेपी ने ईसाई समुदाय के बीच संदेश देने की कोशिश की है कि UDF और LDF उन्हें दरकिनार कर रहे हैं। अब बीजेपी अपनी चाल में कितना सफल साबित होगी, ये तो 2026 विधानसभा चुनाव के नतीजें ही बताएंगे। लेकिन ये स्पष्ट है कि Kerala Politics में लड़ाई त्रिकोणीय होगी। LDF और UDF के साथ बीजेपी भी जंग-ए-मैदान में अपना दबदबा दिखा सकती है। 140 विधानसभा वाले केरल राज्य में ऑपरेशन लोटस की शुरुआत लगभग हो चुकी है और बीजेपी अभेद किला को भेदने के लिए आतुर है।