Wednesday, December 11, 2024
Homeदेश & राज्यउत्तर प्रदेशक्या UP, बिहार के तर्ज पर Maharashtra में शुरू हुई जातिगत राजनीति?...

क्या UP, बिहार के तर्ज पर Maharashtra में शुरू हुई जातिगत राजनीति? Raj Thackeray के आरोप पर Sharad Pawar का दो टूक

Date:

Related stories

Devendra Fadnavis के शपथ के बाद विभागों के बंटवारे पर चर्चा तेज! Eknath Shinde व Ajit Pawar खेमे में क्या है तैयारी?

Devendra Fadnavis: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद के लिए मसला हल हुआ नहीं कि विभागों के बंटवारे पर चर्चा तेज हो गई है। CM पद की शपथ लेने के बाद देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) आज मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचेंगे।

Devendra Fadnavis: ‘BJP शिंदे की पार्टी को तोड़..,’ Maharashtra में शपथ से पहले क्या बोल गए Shiv Sena नेता Sanjay Raut?

Devendra Fadnavis: "BJP शिंदे की पार्टी को भी तोड़ सकती है।" ऐसा कहना है शिव सेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) का। संजय राउत ने आज एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की पार्टी को लेकर बड़ी भविष्यवाड़ी कर दी है।

Devendra Fadnavis को सौंपी गई Maharashtra की कमान! BJP विधायक दल की बैठक में लगी मुहर; जानें Mahayuti सरकार के शपथ ग्रहण की तैयारी?

Devendra Fadnavis: मायानगरी मुंबई में कल लगेगा दिग्गज नेताओं का मजमा। इसकी खास वजह है मुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण समारोह। दरअसल, BJP विधायक दल की बैठक में देवेन्द्र फडणवीस को नया नेता चुन लिया गया है। देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ही महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री (Maharashtra New CM) होंगे इसकी आधिकारिक घोषणा बीजेपी की ओर से कर दी गई है।

Maharashtra CM को लेकर खत्म होगा सस्पेंस! Eknath Shinde या Devendra Fadnavis, किसे मिलेगी कमान? समझें Mahayuti का समीकरण

Maharashtra CM: 'BJP आलाकमान ने Eknath Shinde पहले ही बता दिया है कि उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया जायेगा।' ऐसा हम नहीं बल्कि महाराष्ट्र के कद्दावर नेता और केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले ने बीते दिन कहा।

‘Eknath Shinde को CM नहीं बनाएगी BJP!’ Maharashtra में सस्पेंस के बीच केन्द्रीय मंत्री का बड़ा खुलासा, Shiv Sena ने उठाए सवाल

Eknath Shinde: 23 नवंबर के बाद महाराष्ट्र (Maharashtra) में शुरू हुए CM फेस को लेकर घमासान आज 3 दिसंबर तक जारी है। महायुति गठबंधन (Mahayuti Alliance) में अभी संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री पद को लेकर सहमति नहीं बन सकी है।

Maharashtra Elections 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ‘जातिगत राजनीति’ को लेकर एक अलग चर्चा छिड़ी है। महाराष्ट्र की क्षेत्रीय राजनीतिक दल महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने इसकी नींव रखी। दरअसल राज ठाकरे ने बीते दिनों चुनावी (Maharashtra Elections 2024) प्रचार-प्रसार के दौरान NCP चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) पर निशाना साधते हुए उन पर जातिगत राजनीति करने का आरोप लगाया।

राज ठाकरे द्वारा लगाए आरोप के बाद शरद पवार ने आज दिवाली पड़वा (Diwali Padwa) पर चुप्पी तोड़ी है। हालांकि, राज ठाकरे (Raj Thackeray) के आरोप और शरद पवार के जवाब देने के बाद एक नया सवाल उभर कर सामने आया है। चर्चा इस बात पर हो रही है क्या UP, बिहार के तर्ज पर महाराष्ट्र (Maharashtra) में भी जातिगत राजनीति शुरू हो गई है? ऐसे में आइए हम आपको इस ताजा घटनाक्रम के बारे में बताते हैं और साथ ही सभी राजनीतिक संभावनाओं पर चर्चा करते हैं।

Maharashtra Elections 2024- Raj Thackeray के आरोप पर Sharad Pawar का दो टूक

मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने बीते दिनों शरद पवार (Sharad Pawar) पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने एनसीपी (SP) चीफ पर जातिगत राजनीति करने का ठप्पा लगाया था। राज ठाकरे द्वारा दिए इस बयान के बाद शरद पवार की अहम प्रतिक्रिया सामने आई है। शरद पवार ने आज बारामती में दिवाली पड़वा (Diwali Padwa) के अवसर पर कहा कि “मुझे कोई उदाहरण दिखाइये कि मैंने जातिवादी राजनीति की है।”

शरद पवार ने राज ठाकरे (Raj Thackeray) पर इशारों-इशारों में निशाना साधते हुए कहा कि “जिन्होंने जीवन में कुछ किया ही नहीं, बयान दिये, आलोचना की, टिप्पणियाँ कीं, उनके बयानों पर क्या टिप्पणी करें? अनदेखी करने के लिए महाराष्ट्र की जनता समझदार है|” शरद पवार ने अपने इस सधे हुए राजनीतिक बयान के बाद जमकर सुर्खियां बटोरी हैं।

क्या UP, बिहार के तर्ज पर Maharashtra में शुरू हुई जातिगत राजनीति?

राज ठाकरे (Raj Thackeray) द्वारा शरद पवार पर जातिगत राजनीति करने का आरोप लगाने के साथ ही महाराष्ट्र की सियासत में एक नई चर्चा हो रही है। पूछा जा रहा है कि क्या UP, बिहार के तर्ज पर महाराष्ट्र में जातिगत राजनीति शुरू है? बता दें कि उत्तर भारत के दो प्रमुख राज्य यूपी और बिहार जातिगत राजनीति को लेकर सदैव सुर्खियों में रहा है।

यूपी (UP) की बात करें तो यहां दशकों से जातिगत राजनीति के पुख्ता उदाहरण देखने को मिलते हैं। राजनीतिक पार्टियां भले ही सभी को एक साथ लेकर चलने और समीकरण साधने की बात करती हैं, लेकिन टिकट वितरण से लेकर अन्य पदों के बंटवारे तक में जातिगत समीकरण नजर आ ही जाती है।

बिहार की सियासत (Bihar Politics) में भी यही नियम लागू होता है। यहां भी टिकट वितरण से लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के संगठन आदि में पद हासिल करने के लिए जातिगत समीकरण में फिट बैठना अनिवार्य माना जाता है। राजनीतिक दलों की अपनी-अपनी विचारधारा है जिस पर तीव्रता से आगे चलकर वे समीकरण साधती नजर आती हैं।

यही वजह है कि राज ठाकरे द्वारा शरद पवार (Sharad Pawar) पर जातिगत राजनीति करने का आरोप लगाने के बाद इस चर्चा को बल मिला है और सवाल उठ रहे हैं कि क्या महाराष्ट्र (Maharashtra) में भी जातिगत राजनीति की शुरुआत हुई है?

Gaurav Dixit
Gaurav Dixithttp://www.dnpindiahindi.in
गौरव दीक्षित पत्रकारिता जगत के उभरते हुए चेहरा हैं। उन्होनें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है। गौरव राजनीति, ऑटो और टेक संबंघी विषयों पर लिखने में रुची रखते हैं। गौरव पिछले दो वर्षों के दौरान कई प्रतिष्ठीत संस्थानों में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में DNP के साथ कार्यरत हैं।

Latest stories