Murshidabad Violence: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा ने कई हिंदू घरों को तबाह कर दिया तो कई परिवारों को घर छोड़ने पर मजबूर कर दिया गया। इसी बीच पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है, दरअसल इस हिंसा में मारे गए पुत्र और पिता के मुख्य आरोपियों में एक और गिरफ्तार कर लिया है जो पिछले 8 दिनों के फरार था। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान जाफराबाद के पड़ोसी गांव सुलिताला पुरबापारा निवासी जियाउल शेख के रूप में की गई है। इसी बीच NCW अध्यक्ष Vijaya Rahatkar ने Murshidabad Violence के पीड़ितों से मुलाकात की, और मीडिया से बात करते हुए देश को इस घटना की भयावह सच्चाई बताई।
Murshidabad Violence के बाद NCW अध्यक्ष Vijaya Rahatkar पीड़ितों से की मुलाकात
दरअसल Murshidabad Violence पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर मुर्शिदाबाद पहुंची थी, जहां उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात की तो उन्होंने कहा कि “अनेक-अनेक घटनाएं मैने देखी, जहां-जहां में जा रही थी, बात कर रही थी महिलाओं के साथ उनका आक्रोश हमलोगों को हिलाकर रख दे रहा था। उनका बा-बार एक ही कहना था कि हमारा क्या गलती थी, हमने तो कुछ किया भी नहीं, हम तो बहुत साधारण लोग है, गांव में रहने वाले है। अपने ही गांव में निर्वासित होना, अपने सपनों को बर्बाद होते हुए उन्होंने देखा है।
उन्होंने अपने सपनों को टूटते देखा है, और उन्होंने सब कुछ खो दिया है। वे बस यही पूछते हैं कि उनका क्या दोष था। क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि एक महिला ने सिर्फ 4 दिन पहले एक बच्चे को जन्म दिया है, और उसे नवजात शिशु की रक्षा के लिए भागना पड़ रहा है? इस अवसर पर जश्न मनाने के बजाय, उन्हें अपने घरों को छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। मैंने वहां ऐसी कई घटनाएं देखी हैं।”
मुर्शिदाबाद हिंसा पर सपा प्रमुख Akhilesh Yadav ने बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप
पश्चिम बंगाल में Murshidabad Violence के बाद सियासी पारा सातवें आसमान पर है, आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है, इसी बीच मीडिया से बात करते हुए सपा प्रमुख Akhilesh Yadav ने कहा कि “पश्चिम बंगाल में कार्रवाई हो रही है, जांच हो रही है। जो दंगा बताया जा रहा है, जो घटना हुई उसकी जांच हो रही है।
इसके साथ-साथ याद रखिएगा एक बात ये दंगा कराने के पीछे अगर किसी का हाथ होता है तो बीजेपी का होता है। भाजपा के लोग समाज में इस तरह के विवाद पैदा करना चाहते हैं ताकि वे राजनीतिक लाभ उठा सकें”। गौरतलब है कि हिंसा के बीच लगातार बीजेपी और विपक्ष आमने-सामने है, जिसने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है।