Punjab Education: Mann सरकार ने पंजाब में निजी स्कूलों की मनमानी पर कड़ा रुख अपना लिया है। लगातार मिल रही शिकायतों को लेकर इन स्कूलों की जांच करने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन कर दिया है। पंजाब के शिक्षामंत्री हरजोत सिंह बैंस की तरफ से बड़ा फैसला लेते हुए कहा गया कि बच्चों के अभिभावकों की तरफ से लगातार निजी स्कूलों की मनमानी फीस तथा अनावश्यक शुल्कों को लेकर शिकायतें आ रही हैं। जिसमें कहा गया है कि स्कूलों के नए सत्र की शुरुआत हो रही है। निजी स्कूलों ने प्राइमरी कक्षा से ही हजारों रुपए की सिर्फ किताबों के ही वसूलने की सूची अभिभावकों को थमा दी गई है।
जानें क्या है पूरा मामला
बता दें 1 अप्रैल 2023 से निजी स्कूलों के सत्र आरंभ हो गए हैं। अभिभावक अपने बच्चों को लेकर बच्चों को स्कूलों में प्रवेश को लेकर भागदौड़ शुरू कर रहे हैं। स्कूलों ने अपनी तरफ से पहले ही मनमानी फीस और अनावश्यक शुल्कों की सूची बनाकर अभिभावकों को दी जा रही है। इनकी वसूली भी की जा रही है। इस संबंध में निजी स्कूलों के खिलाफ शिकायतें पंजाब सरकार को मिल रही हैं। पंजाब के शिक्षामंत्री हरजोत सिंह ने कहा कि उन्हें जानकर तब हैरानी हुई कि निजी स्कूल पहली कक्षा की सिर्फ किताबों को बेचने के लिए 7 हजार रुपए वसूल रहे हैं।
टास्क फोर्स का किया गठन
शिक्षामंत्री ने बताया कि मान सरकार शिक्षा को व्यवसाय कतई नहीं बनने देगी। नियम का उल्लंघन करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। राज्य के जिला शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से स्कूलों को दिशा-निर्देश भेज दिए गए हैं। इन शिकायतों की जांच के लिए राज्य के हर जिले में एक टास्क फोर्स बनाया जाएगा। जिसमें तीन प्रिंसिपल होंगे जो मंत्रालय को मिली शिकायत की जांच करेंगे। इसके बाद इस टास्क फोर्स की जांच रिपोर्ट को नियामक प्राधिकारी को सोंप दिया जाएगा। सरकार ने निजी स्कूलों की मनमानी रोकने को लेकर एक शिकायती ईमेल [email protected] लॉंच की गई है।जिस पर अभिभावक शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
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