ChatGPT: पिछले साल नंवबर लॉन्च हुए OpenAI के AI लैंग्वेज मॉडल ChatGPT ने लॉन्च होने के बाद काफी पॉपुलैरिटी हासिल की है क्योंकि ये कठिन से कठिन सवालों के जवाब को इंसानी भाषा में बेहद ही सरल और सटीक तरिके से देता है। लेकिन अब यह चैटबॉट मुश्किलों में घिरता नज़र आ रहा है और ChatGPT के मशहूर होने के कारण ये साइबर अपराधियों के हौसले बुलंद कर रहा है। तो आइए जानते हैं कि क्या है पूरा मामला?
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चैटजीपीटी के नाम से अब कई अपराध भी होना शुरू हो चुके हैं। बता दें कि मीडिया में जारी रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ समय पहले नकली ChatGPT ऐप्स के इस्तेमाल को लेकर कुछ जानकारियां सामने आयी थीं। इन ऐप्स के जरिए हैकर्स लोगों का पर्सनल डेटा चोरी कर उनके साथ स्कैम कर रहे हैं। ऐसे ही हाल में एक फ्रॉड देखने को मिला है जिसे Quick access to Chat GPT नाम के एक खतरनाक क्रोम एक्सटेंशन के जरिए किया जा रहा है। ये फैक चैटबॉट वाला गूगल क्रोम एक्सटेंशन यूजर्स का पर्सनल डेटा चुरा कर उन्हे टारगेट करता है। इसके साथ ही ये यूजर्स के फेसबुक क्रेडेंशियल्स को भी चुरा लेता है।
मीडिया में जारी रिपोर्टस के मुताबिक इस फेक चैटबॉट वाले क्रोम एक्सटेंशन को 3 मार्च से लेकर अब तक हर दिन करीब 2000 से ज्यादा यूजर्स ने अपने गूगल ब्राउसर में इंस्टॉल किया है। इससे हजारों फेसबुक यूजर्स के अकाउंट्स प्रभावित होने का खतरा है और हैकर्र यूजर्स के द्वारा चुराए गए डेटा को बेचने के लिए इस्तेमाल करेंगे।
गूगल ने इस बात का पता चलते ही इस फेक क्रोम एक्सटेंशन को अपने वेब स्टोर रिमूव कर दिया है। इसके साथ ही गूगल ने कहा है कि जिन यूजर्स ने इस एक्टेंशन को अपने ब्राउसर में इंस्टॉल कर लिया है उन्हें इसे फौरन हटाने को कहा है।