International Yoga Day 2025: आज भारत समेत दुनिया के कई देशों में इंटरनेशनल योग दिवस 2025 मनाया गया। इस दौरान काफी लोगों ने योग आयोजनों में शामिल होकर योग किया और अपनी शारीरिक और मानसिक शांति में इजाफा किया। मगर क्या आपने डिजिटल शांति के लिए कोई काम किया? अगर नहीं, तो आप अपनी डिजिटल शांति को 10 गुना बढ़ाने के लिए इन 3 आदतों को अपनी लाइफ में शामिल कर सकते हैं। दरअसल, इंटरनेशनल योग दिवस 2025 के अवसर पर सरकारी एजेंसी ‘Cyberdost’ ने लोगों को साइबर जालसाजी से सतर्क किया है।
International Yoga Day 2025 पर इन 3 आदतों से बढ़ाएं डिजिटल शांति
शनिवार को इंटरनेशनल योग दिवस 2025 में योग करके शरीरिक और मानसिक शांति का आनंद मिल गया होगा। मगर डिजिटल शांति के लिए लोगों को ज्यादा कुछ नहीं करना है। ‘Cyberdost’ ने 3 आसान आदतों की जानकारी शेयर की है। इन आदतों के माध्यम से डिजिटल शांति को 10 गुना बढ़ा सकती है।
1) भावनात्मक प्रलोभनों से दूर रहें। रुकें और सत्यापित करें।
2) अज्ञात साइटों पर सेकेंडरी ईमेल का उपयोग करें।
3) ऐप्स अपडेट करते समय अनावश्यक अनुमतियों को अस्वीकार करें।
अगर आप अपनी लाइफ में इन 3 आदतों को शामिल कर लेते हैं, तो इससे आप साइबर जालसाजी से काफी हद तक सुरक्षित हो सकते हैं।
इंटरनेशनल योग दिवस 2025 के अवसर पर जानें कैसे हो सकती है डिजिटल जालसाजी
दरअसल, अक्सर लोगों को डिजिटल जालसाजी करने के नए-नए तरीकों की जानकारी नहीं होती है। यही वजह है काफी लोग आसानी से साइबर अपराधियों के झांसे में फंस जाते हैं। साइबर जालसाज लोगों को मैसेज, कॉल, लिंक के जरिए कोई दुखद घटना, कोई इमरजेंसी या फिर वायरल ड्रामे के बारे में बताएंगे और फिर डिजिटल स्कैम करेंगे।
कई बार फोन में ऐसे ऐप्स होते हैं, जो आपकी अनुमति के बिना ही गैर-जरूरी मंजूरी हासिल कर लेते हैं। इसके बाद ये ऐप्स यूजर्स के फोन का एक्सेस लेकर डेटा चोरी और डिवाइस हैक भी कर सकते हैं। डिजिटल शांति के लिए जरूरी है कि किसी भी अनजान साइट पर हमेशा किसी दूसरी ईमेल आईडी से लॉगइन करें। ताकि आपकी प्रमुख ईमेल आईडी सुरक्षित रहे।