Israel Iran War: पिछले 5 से 6 दिनों में वैश्विक परिदृश्य काफी बदल गया है। इजराइल ईरान युद्ध शुरू होने के बाद पश्चिमी एशिया में तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। एक तरफ ईरान किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं है। वहीं, दूसरी ओर, इजराइल भी अपनी जिद पर अड़ा हुआ है। ऐसे में ईरान ने अपने नागरिकों से बड़ा आग्रह किया है। जी हां, ‘Associated Press’ की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान के स्टेट टेलीविजन ने मंगलवार को लोगों से अपने स्मार्टफोन से WhatsApp-Instagram हटाने की अपील की। इजराइल ईरान युद्ध के बीच बिना किसी पुख्ता सबूत के आरोप लगाया गया कि व्हाट्सएप-इंस्टाग्राम ऐप इजरायल के साथ डेटा शेयर कर रहे हैं।
Israel Iran War: ईरान की अपील के बाद व्हाट्सएप ने दी सफाई
उधर, इजराइल ईरान युद्ध के बीच ईरान की तरफ से जब ऐसा फरमान जारी किया गया, तो मेटा को इस मुद्दे पर जवाब देना पड़ा। ‘Associated Press’ की रिपोर्ट के मुताबिक, WhatsApp ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, ‘इस बात की चिंता है कि ये झूठी रिपोर्टें हमारी सेवाओं को उस समय अवरुद्ध करने का बहाना होंगी जब लोगों को उनकी सबसे अधिक आवश्यकता होगी। व्हाट्सएप एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का उपयोग करता है, जिसका मतलब है कि बीच में मौजूद कोई सेवा प्रोवाइडर मैसेज नहीं पढ़ सकता है।’
व्हाट्सएप ने आगे कहा, ‘हम आपके सटीक स्थान को ट्रैक नहीं करते हैं, हम यह रिकॉर्ड नहीं रखते हैं कि हर कोई किसको संदेश भेज रहा है और हम उन व्यक्तिगत संदेशों को ट्रैक नहीं करते हैं जो लोग एक-दूसरे को भेज रहे हैं। हम किसी भी सरकार को थोक जानकारी प्रदान नहीं करते हैं।’
इजराइल ईरान युद्ध: ‘व्हाट्सएप के मेटाडेटा को समझना संभव’
‘Associated Press’ की रिपोर्ट के अनुसार, Israel Iran War के बीच ईरान के WhatsApp-Instagram को फोन से हटाने की अपील के बाद Meta ने सफाई दी। वहीं, कॉर्नेल विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग के सहायक प्रोफेसर और साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट ग्रेगरी फाल्को ने कहा कि यह साबित हो चुका है कि व्हाट्सएप के मेटाडेटा को समझना संभव है, जो एन्क्रिप्ट नहीं होता है। ग्रेगरी फाल्को ने आगे कहा, इसलिए आप समझ सकते हैं कि लोग किस तरह से ऐप का उपयोग कर रहे हैं और यह एक लगातार समस्या रही है, जिसके कारण लोग व्हाट्सएप से जुड़ने में रुचि नहीं ले रहे हैं।’
इजराइल ईरान युद्ध: ईरान पहले भी ले चुका है ऐसा फैसला
याद रहे कि Israel Iran War से पहले भी ईरान अपने देश में कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की पहुंच को सीमित कर चुका है। हालांकि, काफी लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म तक पहुंचने के लिए प्रॉक्सी और वीपीएन यानी वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का सहारा लेते हैं। ईरान ने साल 2022 में WhatsApp गूगल प्ले पर प्रतिबंध लगा दिया था। मगर बीते साल के आखिर में प्रतिबंध को रिमूव कर दिया गया था। ऐसे में एक बार फिर ईरान ने अपने लोगों से फोन से WhatsApp-Instagram को हटाने का आग्रह किया है।