सोमवार, सितम्बर 29, 2025
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ईरान के बाद अमेरिका में भी WhatsApp पर लगा प्रतिबंध! क्या यूजर्स के डेटा सेफ्टी के तरीके में आई कमी? जानें पूरा मसला

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WhatsApp: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इस्तेमाल होने की सूची में व्हाट्सएप
का भी नाम शुमार है। दुनियाभर में करोड़ों लोग व्हाट्सएप को मैसेजिंग और कॉलिंग के लिए इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में सैंकड़ों यूजर्स के डेटा को सुरक्षित ढंग से रखना एक बड़ी जिम्मेदारी है। अगर इसमें जरा सी भी चूक हुई, तो बड़े स्तर पर यूजर्स का डेटा लीक हो जाता है। ऐसे में ताजा मामले ने एक बार फिर व्हाट्सएप की प्राइवेसी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दरअसल, अमेरिका ने व्हाट्सएप इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।

WhatsApp पर अमेरिका ने लगाया पूर्ण प्रतिबंध

‘Reuters’ की रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमवार को अमेरिकी सदन के सभी सदन कर्मचारियों को भेजे गए नोटिस के अनुसार, अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के सभी डिवाइसों में व्हाट्सएप चलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा द्वारा जारी किए गए नोटिस में कहा गया है, ‘साइबर सुरक्षा ऑफिस ने व्हाट्सएप को उपयोगकर्ताओं के लिए उच्च जोखिम वाला माना है, क्योंकि इसमें उपयोगकर्ता डेटा की सुरक्षा में पारदर्शिता की कमी है, एकत्रित डेटा में एन्क्रिप्शन का अभाव है तथा इसके उपयोग से संभावित सुरक्षा जोखिम जुड़े हैं।’

क्या व्हाट्सएप यूजर्स की डेटा सेफ्टी करने में नाकाम?

वहीं, WhatsApp की पेरेंट कंपनी Meta ने इस कदम से असहमति जताई है। साथ ही कहा है कि व्हाट्सएप अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की तुलना में हाई स्तर की सेफ्टी प्रदान करता है। ऐसे में सवाल है कि क्या यूजर्स के डेटा सेफ्टी के तरीके में कमी आई है? मालूम हो कि मेटा ने अपने अधीन आने वाले व्हाट्सएप की प्राइवेसी में काफी तेजी से काम किया है। व्हाट्सएप प्लेटफॉर्म पर यूजर्स की डेटा सेफ्टी के लिए कई कदम उठाए हैं। इसके साथ ही व्हाट्सएप अक्सर अपने लेटेस्ट अपडेट में बताता रहा है कि प्लेटफॉर्म के जरिए एक से दूसरे यूजर के बीच के मैसेज, फोटो, वीडियो और कॉल सभी एंड टू एंड एंक्रिप्शन के तहत रहते हैं।

ईरान ने भी उठाया था व्हाट्सएप पर प्रतिबंध का कदम

बीते दिनों Israel Iran War के दौरान ईरान ने अपने नागरिकों से स्मार्टफोन से WhatsApp डिलीट करने का आग्रह किया था। रिपोर्ट्स में बताया गया था कि ईरान का मानना था कि अमेरिका WhatsApp प्लेटफॉर्म के जरिए ईरान की खूफिया जानकारी चोरी कर रहा है। व्हाट्सएप का अधिकार मेटा के तहत आता है, जोकि एक अमेरिकी टेक कंपनी है। यही वजह है Israel Iran War के दौरान ईरान ने अपने लोगों से व्हाट्सएप को फोन से अनइंस्टॉल करने की अपील की थी।

Amit Mahajan
Amit Mahajanhttps://www.dnpindiahindi.in
अमित महाजन DNP India Hindi में कंटेंट राइटर की पोस्ट पर काम कर रहे हैं.अमित ने सिंघानिया विश्वविद्यालय से जर्नलिज्म में डिप्लोमा किया है. DNP India Hindi में वह राजनीति, बिजनेस, ऑटो और टेक बीट पर काफी समय से लिख रहे हैं. वह 3 सालों से कंटेंट की फील्ड में काम कर रहे हैं.

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