Donald Trump: तनाव की स्थिति के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए खुशखबरी है। नोबेल पीस प्राइज की दावेदारी कर रहे डोनाल्ड ट्रंप को पाकिस्तान के बाद इजरायल का समर्थन भी मिल गया है। पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर के बाद पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने भी ट्रंप कार्ड खेलते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति को Nobel Peace Prize के लिए नॉमिनेट किया है। PM नेतन्याहू के समर्थन के बाद Donald Trump की दावेदारी और मजबूत हुई है। इजरायल-हमास के बाद इजरायल-ईरान वॉर को रोकने का श्रेय प्रेसिडेंट ट्रंप के हिस्से जा रहा है। Donald Trump Nobel Peace Prize की वकालत करते हुए पीएम नेतन्याहू ने मिडिल ईस्ट में शांति और सुरक्षा स्थापित करने के लिए अमेरिकी प्रेसिडेंट के योगदान को सराहा है।
Asim Munir के बाद अब PM नेतन्याहू ने दिया Donald Trump को समर्थन!
व्हाइट हाउस में हुई डिनर के बाद पीएम नेतन्याहू ने भी डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन में पत्र सौंप दिया है। इजरायली पीएम की ओर से मिडिल ईस्ट में शांति और सुरक्षा बहाल करने वाले डोनाल्ड ट्रंप के प्रयासों की सराहना की गई है। इसी दौरान इजरायल ने Donald Trump Nobel Peace Prize की वकालत करते हुए संस्था को पत्र सौंप दिया है। पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर के बाद पीएम नेतन्याहू दूसरे ऐसे शख्स हैं जिन्होंने Donald Trump की दावेदारी को मजबूत करते हुए उन्हें नोबेल पीस प्राइज देने की मांग की है। इजरायली प्रधानमंत्री ने मिडिल ईस्ट के सलाहकार स्टीव विटकॉफ और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से वार्ता कर दुनिया के अन्य देशों को भी इस मुहिम में शामिल होने की वकालत की है।
नोबेल शांति पुरस्कार के लिए मजबूत हो रही डोनाल्ड ट्रंप की दावेदारी!
दरअसल, दुनिया में बदलते समीकरण के बीच हर जगह अमेरिकी प्रेसिडेंट की दखल रही है। कथित रूप से प्रेसिडेंट ट्रंप रूस-यूक्रेन के बीच भी सीजफायर के पक्षधर रहे हैं। इतना ही नहीं, भारत-पाकिस्तान के बीच छिड़े संघर्ष के दौर में भी Donald Trump की ओर से सीजफायर की सूचना सार्वजनिक की गई थी और अमेरिका के योगदान का जिक्र हुआ था। इससे इतर अभी हाल ही में इजरायल और ईरान के बीच छिड़े आस्तित्व के जंग में भी अमेरिका की भरपूर दखल रही है। यही वजह है कि अमेरिका के नए-नए हिमायती बने आसिम मुनीर और अमेरिकी प्रेसिडेंट के पुराने सहयोगी बेंजामिन नेतन्याहू ने Donald Trump को Nobel Peace Prize देने की वकालत की है। ऐसा कर प्रेसिडेंट ट्रंप के शांतिपूर्ण रुख को दर्शाने की कोशिश की जा रही है। यही वजह है कि मुनीर के बाद अब इजरायल का समर्थन डोनाल्ड ट्रंप की दावेदारी को मजबूत कर रहा है।