Balochistan News: जंग का अड्डा भले ही मिडिल ईस्ट की धरती बनी हो, लेकिन इसका असर संपूर्ण विश्व में पड़ता नजर आ रहा है। Pakistan के कब्जे वाला बलूचिस्तान प्रांत भी इससे अछूता नहीं रहा और वहां भी हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। दरअसल, बलूचिस्तान एक ऐसा प्रांत है जो ईरान से बॉर्डर साझा करता है। ऐसे में Israel Iran War के कारण बलूची बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक Balochistan में दम तोड़ रहे व्यापार के कारण बेरोजगारी का जोखिम बढ़ गया है और बिजली कटौती के साथ ईंधन की कमी समेत अन्य कई दिक्कतें हो रही हैं। ऐसी स्थिति में पीएम शहबाज शरीफ और आसिम मुनीर के सिर संकट का बादल तेजी से मंडरा रहा है। दावा किया जा रहा है कि BLA के खूंखार लड़ाके अपने लोगों के संरक्षण के लिए पाकिस्तान को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
पकिस्तान के कब्जे वाले Balochistan में बिगड़े हालात!
इसकी पुष्टि पाकिस्तानी मीडिया द्वारा रिपोर्ट की जा रही खबरों से हो रही है। दरअसल, Middle East में छिड़े इजरायल ईरान युद्ध के कारण पाकिस्तान नें बलूचिस्तान से लगने वाली ईरानी सीमा पर सुरक्षा मजबूत कर दी है। इस बॉर्डर को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। ऐसी स्थिति में ईरान से Balochistan आने वाली तमाम खाद्दान्न वस्तुओं और कच्चे तेल की सप्लाई पर इसका असर पड़ा है। इससे व्यापार दम तोड़ता नजर आ रहा है और बेरोजगारी का जोखिम बढ़ता जा रहा है। इतना ही नहीं कई जगहों पर बलूची आवाम भूखमरी के दौर से गुजर रही है और बिजली की समस्या के साथ उन्हें पेय जल के लिए भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ये सारे समीकरण मिलाकर बलोचिस्तान में हालात को बद से बद्दतर बना रहे हैं और आवाम के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।
बलूचिस्तान में उपज रहे संकट से कैसे निपटेगी BLA?
यूं तो बलूच लिबरेशन आर्मी आमतौर पर अपने प्रांत की स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ती है। हालांकि, यहां मामला आस्तित्व का है और इसीलिए BLA की एंट्री वाजिब मानी जा रही है। दावा किया जा रहा है कि Balochistan में आवाम को हो रही समस्या से बचाने के लिए बलूच लड़ाके खुद मोर्चा संभाल सकते हैं। ऐसी स्थिति में पीएम शहबाज शरीफ और आर्मी चीफ आसिम मुनीर की चुनौतियां बढ़ जाएंगी और उनके समक्ष मुश्किलों का अंबार खड़ा नजर आ सकता है। BLA ने यदि पाकिस्तान के कब्जे वाले बलूच प्रांत में अपनी गतिविधियां तेज की, तो इसका सीधा असर पाकिस्तान पर पड़ेगा और मुल्क तमाम चुनौतियों में उलझेगा।