Bangladesh Unrest: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की तर्ज पर आगे बढ़ रहे बांग्लादेश में भी स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। कट्टरपंथियों ने इस कदर मुल्क का हाल कर दिया गया है कि मोहम्मद यूनुस की हुकूमत फेल नजर आ रही है। दरअसल, बड़ी संख्या में हिंसक प्रदर्शनकारी आज भारतीय मिशन की ओर बढ़े जिसके बाद आनन-फानन में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती हुई।
हालात इस कदर बिगड़ गए कि राजशाही में सेना को कमान संभालना पड़ रहा है। एहतियात के तौर पर राजशाही और खुलना में स्थित भारतीय वीजा आवेदन केंद्र को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। ढ़ाका में भी अलर्ट की स्थिति है और सुरक्षाकर्मी एक-एक पहलुओं पर नजर बनाए हुए हैं।
राजशाही में भारतीय मिशन पर हमले की कोशिश!
हिंसक भीड़ तेजी से राजशाही में स्थित भारतीय मिशन की ओर बढ़ रही है। प्रदर्शनकारियों का लक्ष्य भारतीय मिशन को नुकसान पहुंचाना जिसको मद्देनजर रखते हुए सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। बांग्लादेशी सुरक्षाकर्मियों ने राजशाही में भारतीय सहायक उच्चायोग के पास सड़क को अवरुद्ध कर हिंसक इस्लामी कट्टरपंथी भीड़ को रोकने की कोशिश की है। हमलावर लगातार भारतीय मिशन को निशाने पर लेने के लिए अड़े हैं।
इस बीच सुरक्षाकर्मियों को भारी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। स्थिति को देखते हुए एहतियात के तौर पर राजशाही और खुलना में स्थित भारतीय वीजा आवेदन केंद्र अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं। ढ़ाका में भी अलर्ट की स्थिति है जहां भारत द्वारा बांग्लादेश के उच्चायुक्त मोहम्मद रियाज हामिदुल्लाह को तलब कर औपचारिक विरोध दर्ज कराए जाने को लेकर विरोध हो रहा है।
फेल हुई मोहम्मद यूनुस की कट्टरपंथी हुकूमत – Bangladesh Unrest
स्थिति नियंत्रित करने का जिम्मा जिस बांग्लादेश की अंतरिम सरकार पर है, वो पूरी तरह से विफल नजर आ रही है। अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस खुद शेख हसीना के प्रत्यर्पण को लेकर उलुल-जुलूल बयानबाजी करते हुए बांग्लादेशी आवाम को भड़काने का काम करते हैं। आलम ये है कि इस्लामिक कट्टरपंथी सड़कों पर भारतीय मिशन को निशाना बनाने पर तूले हैं। ये साफ तौर पर अंतरिम सरकार की नाकामयाबी को दर्शाता है।






