BRICS Summit 2025: दुनिया के दो शीर्ष नेता ब्राजील में आयोजित होने वाली ब्रिक्स समिट से कन्नी काटते नजर आ रहे हैं। यहां बाज रूसी प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के संदर्भ में हो रही है। खबरों की मानें तो इन दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने ब्राजील में 6 और 7 जुलाई को आयोजित होने वाली ब्रिक्स समिट 2025 से दूरी बनाने का फैसला लिया है। अब बड़ा सवाल है कि चीन और रूसी राष्ट्राध्यक्ष आखिर क्यों अपनी प्राथमिकता से कतरा रहे हैं? इसके मायने क्या हैं? BRICS Summit 2025 से पहले आई ये अपुष्ट खबर डोनाल्ड ट्रंप के ट्रेड वॉर का असर है या चीन और रूस भारत की बढ़ती साख से परेशान हैं? ऐसे तमाम सवाल हैं जिनको लेकर चर्चाओं का दौर जारी है। आइए हम ऐसे ही कुछ सवालों का जवाब ढूंढ़ने की कोशिश करते हैं।
Xi Jinping और Vladimir Putin ने BRICS Summit 2025 से काटी कन्नी!
ऐसी कई अपुष्ट खबरें हैं जो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा ब्रिक्स समिट 2025 से कन्नी काटने का दावा कर रही हैं। दावा किया जा रहा है कि ब्राजील के रियो डि जेनेरो शहर में आयोजित होने वाले ब्रिक्स समिट में चीन की ओर से चीनी प्रधानमंत्री और शी जिनपिंग के विश्वासपात्र ली कियांग शामिल हो सकते हैं। वहीं रूस की ओर से Vladimir Putin की जगह रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव BRICS Summit 2025 में अपने देश का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। इससे पहले वर्ष 2023 में भी पुतिन ने ब्रिक्स समिट से दूरी बनाई थी। अब देखना दिलचस्प होगा कि अगले 6 और 7 जुलाई को इस अहम बैठक का हिस्सा बनने कौन-कौन से नेता पहुंचते हैं।
Donald Trump के ट्रेड वार का असर या भारत की बढ़ती साख से हैं परेशान?
जिनपिंग और पुतिन के 17वें ब्रिक्स समिटसे दूरी बनाए जाने की खबरें तो आ रही है, लेकिन इसके पीछे का पुख्ता कारण नहीं पता चल सका है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या व्लादिमीर पुतिन और शी जिनपिंग डोनाल्ड ट्रंप के ट्रेड वॉर के कारण BRICS Summit 2025 से दूरी बना रहे हैं या ये फैसला भारत की बढ़ती साख का असर है? दरअसल, पिछले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान रूस के कजान शहर में ब्रिक्स करेंसी को लेकर चर्चा हुई थी। इसके बाद डॉलर को अंतर्राष्ट्रीय बाजार से रिप्लेस करने की बात चली। तभी Donald Trump ने सख्ती बरतते हुए ब्रिक्स देशों को ऐसा ना करने की सलाह दी थी। इसके बाद ट्रेड वॉर का दौर शुरू हुआ और अमेरिका ने चीन के साथ Russia पर भारी टैरिफ लगाया। यही है कि 17वें BRICS Summit 2025 से पहले पुतिन और जिनपिंग ने कन्नी काटने का फैसला लिया है।
वहीं एक अन्य कारण भारत की बढ़ती साख को बताया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि चीन और रूस दुनिया में भारत की बढ़ती साख से परेशान हैं और यही वजह है कि BRICS देशों के सम्मेलन में शामिल होने से कतरा सकते हैं।