Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार खबरों में बने हुए हैं। फिलहाल भारत पर उन्होंने 50 फीसदी का टैरिफ लगाया हुआ है। लेकिन इस बीच ट्रंप की हेल्थ से जुड़ी खबरें सुर्खियों में है। तमाम मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि, डोनाल्ड ट्रंप को क्रॉनिक वेनस इंसफिशिएंसी नाम की गंभीर बीमारी हो गई है। ये नसों से जुड़ी हुई बीमारी है। जिसमें शरीर के निचले हिस्से में सूजन आ जाता है। Chronic Venous Insufficiency बीमारी कितनी जानलेवा है इसके कारण, लक्षण और उपाय क्या हैं? जानते हैं
Chronic Venous Insufficiency बीमारी क्या ले सकती है जान?
क्रॉनिक वेनस इंसफिशिएंसी एक नसों से जुड़ी हुई बीमारी है, इस बीमारी में नसों में खून जम जाता है। जिसकी वजह से नसें कमजोर हो जाती हैं। इस स्थिति में पैरों की नसे दिल तक ब्लड नहीं पहुंचा पाती हैं, जिसकी वजह से हार्ट अटैक जैसी स्थिति भी पैदा हो सकती है। क्रॉनिक वेनस इंसफिशिएंसी में मरीज की जान तो नहीं जाती है, लेकिन सही इलाज ना मिलने पर पैरों में सूजन बढ़ सकता है, घाव हो सकते हैं, इसके साथ ही हृदय से जुड़ी बीमारियां भी पैदा हो सकती है। अगर स्थिति बहुत ज्यादा बिगड़ती है तो कुछ हालातों में मरीज की जान भी जा सकती है।
Chronic Venous Insufficiency Symptoms
1-पैरों में असामान्य घाव होना।
2-पैरों में सूजन होना।
3-शरीर के निचले हिस्से में दर्द और बेचौनी होना।
4-त्वचा में खुजली और रंग का बदलना।
5-शरीर में हमेशा थकावट रहना।
क्रॉनिक वेनस इंसफिशिएंसी का इलाज
क्रॉनिक वेनस इंसफिशिएंसी का इलाज के लिए मरीज को अपनी लाइफ स्टाइल में बदलाव करने होते हैं।
1- वजन कम करना।
2-कम्प्रेशन थेरेपी से पैरों परदबाव डालकर रक्त प्रवाह बढ़ाकर सूजन से राहत पायी जा सकती है।
3- ज्यादा देर ना खड़े हो और ना ही बैठें।
4-एंटीबायोटिक्स दवाएं डॉक्टर के द्वारा चलाई जाती हैं।
5-बाईपास सर्जरी की जा सकती है।
6- एंडोवेनस थर्मल एब्लेशन के जरिए खराब नसों को बंद किया जाता है।
7-शिरा स्ट्रिपिंग को मरीज से शरीर से निकाल दिया जाता है।