Nuclear Leak: दुनिया के समक्ष बुरी तरह से बेनकाब हो चुके पाकिस्तान की स्थिति पूरी तरह से बिगड़ गई है। आलम ये है कि पड़ोसी मुल्क दर-बदर भटक कर भारत की शिकायत कर रहा है। न्यूक्लियर लीक से जुड़ी खबर भी उनमें से एक हैं जिसको लेकर पाकिस्तान गला फाड़ रहा है और सनसनी मची है। किराना हिल्स में न्यूक्लियर रिसाव से जुड़ी खबरों के बाद कथित रूप से अमेरिका की दखल होने की बात कही गई। हालांकि, इस मामले में सच्चाई काफी अलग है। अमेरिका ने आधिकारिक रूप से बयान जारी कर बताया है कि उसने किराना हिल्स में Nuclear Leak से जुड़ी घटनाक्रम की जांच के लिए विशेष दल भेजा है या नहीं? तो आइए हम आपको अमेरिका की ओर से जारी की गई टिप्पणी के बारे में विस्तार से बताते हैं, ताकि आपको स्पष्ट जवाब मिल सके।
किराना हिल्स में Nuclear Leak की खबरों के बीच अमेरिका की टिप्पणी!
कथित रूप से चर्चा थी कि अमेरिका ने पाकिस्तान के किराना हिल्स में न्यूक्लियर लीक की जांच के लिए विशेष दल भेजा है। हालांकि, अब अमेरिकी विदेश विभाग ने खुद इस खबर का खंडन किया है। विदेश विभाग के प्रवक्त ने साफ तौर पर कहा है कि “इस समय मेरे पास इस पर पूर्वावलोकन करने के लिए कुछ भी नहीं है।” इसका आशय है कि किराना हिल्स में ऐसा कुछ नहीं है जिसकी जांच की जा सके। यानी कि अमेरिका ने साफ तौर पर Nuclear Leak की खबरों का खंडन करते हुए किसी भी जांच दल को भेजने से जुड़ी खबरों को निराधार बता दिया है। ऐसे में ये लगभग स्पष्ट है कि किराना हिल्स में न्यूक्लियर लीक से जुड़ी खबरों का कोई आधार नहीं है।
न्यूक्लियर लीक से जुड़ी खबरों को भारत भी कर चुका है खारिज
बड़ा दावा करते हुए पाकिस्तान ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान में संवेदनशील परमाणु स्थलों पर बमबारी की गई। पड़ोसी मुल्क से छपी कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि इस घटनाक्रम के बाद न्यूक्लियर रिसाव हुआ। हालांकि, भारत की ओर से एयर मार्शल ए.के. भारती ने साफ तौर पर कहा है कि “हमने किराना हिल्स पर हमला नहीं किया है।” ऐसे में ये स्पष्ट है कि किराना हिल्स में Nuclear Leak से जुड़ी खबरें निराधार हैं और पाकिस्तान निराधार रूप से दुष्प्रचार को अंजाम दे रहा है। भारत के बाद अमेरिका ने भी कह दिया है कि अभी इस पर पूर्वावलोकन के लिए कुछ भी नहीं है।