BLA: अमेरिका ने पाकिस्तान को एक और बड़ा तोहफा दिया है। बता दें कि बीते दिन ही अमेरिका ने BLA यानि ( Balochistan Liberation Army) और मजीद ब्रिगेड को विदेशी आतंकवादी समूह घोषित कर दिया है। इसकी जानकारी खुद अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने दी है, साथ ही इसे लेकर एक प्रेस विज्ञाप्ति किया गया है। वहीं अब इसे लेकर बलूच नेता Mir Yar Baloch ने इसपर नाराजागी जाहिर करते हुए Donald Trump एक पत्र लिखा है।]
अमेरिका ने BLA को घोषित किया आतंकी संगठन
अमेरिका द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञापित के अनुसार “विदेश विभाग ने बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) और उसके सहयोगी मजीद ब्रिगेड को एक विदेशी आतंकवादी संगठन (एफटीओ) के रूप में नामित किया है, और मजीद ब्रिगेड को बीएलए के पिछले विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (एसडीजीटी) पदनाम के उपनाम के रूप में जोड़ा है। विदेश विभाग द्वारा आज की गई कार्रवाई आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए ट्रम्प प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। आतंकवादियों को नामित करना इस अभिशाप के विरुद्ध हमारी लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और आतंकवादी गतिविधियों के लिए समर्थन को कम करने का एक प्रभावी तरीका है”। बता दें कि अभी हाल ही में Donald Trump से पाक सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने मुलाकात की थी, जिसके बाद अमेरिका ने यह आदेश जारी कर दिया है।
आतंकी संगठन घोषित करने पर बलूच नेता Mir Yar Baloch ने जताई नाराजगी
गौरतलब है कि अमेरिका की तरफ से BLA को आतंकी घोषित करने पर Mir Yar Baloch ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर Donald Trump को एक पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर की, उन्होंने लिखा था कि “बलूच आतंकवादी नहीं हैं। वे एक ऐसा राष्ट्र हैं जिसने 78 वर्षों तक राजकीय आतंकवाद, आर्थिक लूट, पाकिस्तान के परमाणु परीक्षणों से उत्पन्न रेडियोधर्मी विषाक्तता, विदेशी आक्रमण और पाकिस्तान के चरमपंथी और कृत्रिम राज्य द्वारा क्रूर कब्ज़े को झेला है।
हम पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आईएस-खुरासान के भी शिकार हैं, जो आईएसआई द्वारा पोषित एक घातक छद्म संगठन है, जिसने अब शांतिपूर्ण बलूच राजनीतिक दलों और उनके कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा का आह्वान करते हुए एक तथाकथित फतवा जारी किया है। यह इस बात का एक और स्पष्ट उदाहरण है कि कैसे पाकिस्तान वैध राजनीतिक आवाज़ों को कुचलने, लोकतांत्रिक आकांक्षाओं को दबाने और क्षेत्र को अस्थिर करने के लिए कट्टरपंथी समूहों को हथियार बनाता है। अब समय आ गया है कि हम सत्य, न्याय और बलूचिस्तान के लोगों के साथ खड़े हों”। हालांकि अब देखना होगा कि बीएलए इससे कैसे निपटता है।