H-1B Visa: अगर आप भी पहली बार पढ़ाई, काम या वहां रहने के सिलसिले में अमेरिका जा रहे है, तो यह खबर आपके काम की हो सकती है। दरअसल एच-1बी वीजा के तहत आवेदन शुल्क में भारी बढ़ोतरी के बाद अब डोनाल्ड ट्रंप सरकार ने इस प्रक्रिया को और कथिन बना दिया है। बता दें कि अब आवेदकों के साथ-साथ उनके परिवारवालों की भी गहन जांच होगी। इसके अलावा आवेदकों को अब सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को सार्वजनिक करना होगा। यानि यह कहना गलत नहीं होगा कि कब अमेरिका जाना किसी टेढ़ी खील के बराबर है। माना जा रहा है कि इससे सबसे ज्यादा असर भारतीयों पर हो सकता है, क्योंकि करीब 70 प्रतिशत भारतीय हर साल इस वीजा के अप्लाई करते है।
डोनाल्ड ट्रंप के फैसले से दुनियभर में मचा भारी बवाल
यूडी राज्य विभाग इसके लिए एक लेटर जारी किया है। जिसमे सारी जानकारी दी गई है। अमेरिका ने एच-1बी और आश्रित एच-4 वीजा आवेदकों के लिए विस्तारित जांच और जांच की घोषणा की है। साथ ही यूडी राज्य विभाग ने इसके लिए एक लेटर जारी किया है। जारी पत्र के अनुसार “15 दिसंबर से, विभाग सभी एच-1बी आवेदकों और उनके आश्रितों के लिए, उन छात्रों और विनिमय आगंतुकों के अलावा, जो पहले से ही इस समीक्षा के अधीन हैं, ऑनलाइन उपस्थिति समीक्षा की आवश्यकता का विस्तार करेगा।
इस जाँच को सुविधाजनक बनाने के लिए, एच-1बी और उनके आश्रितों (एच-4), एफ, एम, और जे गैर-आप्रवासी वीज़ा के सभी आवेदकों को निर्देश दिया जाता है कि वे अपने सभी सोशल मीडिया प्रोफाइल पर गोपनीयता सेटिंग्स को “सार्वजनिक” पर सेट करें। हम सभी वीज़ा आवेदकों की गहन जांच करते हैं, जिसमें एफ, एम और जे गैर-आप्रवासी श्रेणियों के सभी छात्र और विनिमय आगंतुक आवेदकों की ऑनलाइन उपस्थिति की समीक्षा भी शामिल है”।
क्या भारतीयों की बढे़गी टेंशन
बता दें कि एच-1बी वीजा में सबसे ज्यादा आवेदन करने वाले भारतीय ही होते है। पहले आवेदन शुल्क में भारी बढ़ोतरी, और अब आवेदकों और उनके परिवार वालो की गहन जांच के आदेश के बाद दुनियाभर में बवाल मच गया है। माना जा रहा है कि इसका सबसे ज्यादा असर भारत के आवेदकों पर पड़ने वाला है, क्योंकि बड़ी संख्या में एच-1बी वीजा के लिए आवेदन करते है। भारत और अमेरिका के रिश्तों में लगातार खटास बढ़ रही है। हालांकि कई बार ट्रंप पीएम मोदी को अपना अच्छा दोस्त बता चुके है, लेकिन उन्होंने भारत पर 50 प्रतिशत का टैरिफ लगा दिया था। अब वीजा पर कड़े कानून बनाकर ट्रंप ने यह साबित कर दिया कि अभी भी भारत के प्रति उनके मन में खटास है।






