शनिवार, जून 14, 2025
होमख़ास खबरेंPakistan का Iran को समर्थन देना कितना पड़ सकता है भारी? America...

Pakistan का Iran को समर्थन देना कितना पड़ सकता है भारी? America के रुझान से पड़ोसी मुल्क पर मंडराए संकट के बादल

Date:

Related stories

Shehbaz Sharif: बदले वैश्विक समीकरण ने दुनिया को अलग-थलग कर दिया है। यहां लामबंदी का दौर शुरू है और समीकरण के हिसाब से विभिन्न देश अपने-अपने मित्र राष्ट्रों को साध रहे हैं। इसमें नया मोड़ सामने आया है पाकिस्तान की उपस्थिति। दरअसल, पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ईरान के हिमायती बनते नजर आए हैं। अप्रत्यक्ष तौर पर Israel की निंदा करते हुए शहबाज शरीफ ने ईरान को अपना समर्थन तक दे दिया है। Middle East में इस बदले समीकरण के बीच पाकिस्तान का इजराइल को छोड़ Iran के समर्थन में आना हजम नहीं हो रहा है। दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने इससे पहले Shehbaz Sharif को जरूरत से ज्यादा तवज्जो दे दी है। ऐसे में जहां अमेरिका, इजराइल के प्रति रुझान रखता है। वहां पाकिस्तानी पीएम का ईरान को समर्थन देना कितना नुकसान भरा कदम हो सकता है?

Iran के समर्थन में उतरे पाकिस्तानी पीएम Shehbaz Sharif!

इजराइली सेना द्वारा ईरान पर किए गए हमले की निंदा करते हुए पीएम शहबाज शरीफ ने खामेनेई को साथ का भरोसा दिया है। पाकिस्तानी पीएम लिखते हैं कि “मैं आज इजराइल द्वारा ईरान पर किए गए अकारण हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूँ। मैं इस हमले में हुई मौतों पर ईरानी लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ। यह गंभीर और बेहद गैरजिम्मेदाराना कृत्य बेहद चिंताजनक है और इससे पहले से ही अस्थिर क्षेत्र में और अस्थिरता पैदा होने का खतरा है।”

पीएम Shehbaz Sharif आगे कहते हैं कि “हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय और संयुक्त राष्ट्र से आग्रह करते हैं कि वे क्षेत्रीय और वैश्विक शांति को खतरे में डालने वाली किसी भी और वृद्धि को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाएँ।” पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ की ईरान के प्रति ये बयान उसके हिमायती होने का प्रमाण है।

America के रुझान से पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान पर मंडराए संकट के बादल!

गौरतलब है कि भारत-पाकिस्तान के बीच जारी संघर्ष के दौर में अमेरिका ने दोनों देशों को एक तराजू में तौला था। अमेरिका ने Pakistan को जरूरत से ज्यादा तवज्जो दी जिसके कारण कई दफा शहबाज शरीफ का सीना चौड़ा नजर आया। ऐसा होने के बाद दावा किया गया कि अब पाकिस्तान सदैव के लिए अमेरिका का पिछलग्गू बनकर रहेगा। हालांकि, बहुत जल्दी ये भ्रम टूटा और Shehbaz Sharif ने फटाफट ईरान को समर्थन का ऐलान कर दिया। जहां एक ओर America अपने करीबी इजराइल के साथ कदम मिला रहा है, वहीं शहबाज शरीफ का Iran को समर्थन देना खटक का विषय है। इस एक कदम से सवाल उठ रहे हैं कि अमेरिका के खिलाफ जाने के लिए जल्द ही पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। ऐसी स्थिति में पाकिस्तान अपने नए-नवेले साथी अमेरिका का समर्थन खो सकता है जिससे शहबाज सेना और कमजोर हो सकती है।

Gaurav Dixit
Gaurav Dixithttp://www.dnpindiahindi.in
गौरव दीक्षित पत्रकारिता जगत के उभरते हुए चेहरा हैं। उन्होनें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है। गौरव राजनीति, ऑटो और टेक संबंघी विषयों पर लिखने में रुची रखते हैं। गौरव पिछले दो वर्षों के दौरान कई प्रतिष्ठीत संस्थानों में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में DNP के साथ कार्यरत हैं।

Latest stories