Israel-Hamas Ceasefire: मिडिल ईस्ट में आस्तित्व और आधिपत्य के लिए छिड़ी एक जंग पर अंतत: विराम लग गया है। इजरायल-हमास सीजफायर को लेकर सहमति बन गई है। इजरायल-हमास सीजफायर डील के मायने क्या-क्या हैं इसको लेकर भी कई तरह की चर्चाएं हैं। पूछा जा रहा है कि क्या इस डील में Donald Trump फैक्टर भी काम आया है? क्या डोनाल्ड ट्रंप के आने से पहले Hamas ने घुटने टेक दिए हैं। ऐसे में आइए हम आपको सभी संभावित सवालों का जवाब देने की कोशिश करेंगे। इसके साथ ही ये भी बताएंगे कि कैसे Israel-Hamas Ceasefire के बाद मिडिल ईस्ट में इजराल और पीएम बेंजामिन नेतन्याहू का दबदबा बढ़ सकेगा। साथ ही इस डील के दूरगामी संभावित परिणामों पर भी चर्चा की जाएगी।
Israel-Hamas Ceasefire अमेरिका में ट्रंप की ताजपोशी से पहले Middle East में खलबली
डोनाल्ड ट्रंप की ताजपोशी से पहले मिडिल ईस्ट में राजनीतिक समीकरण तेजी से बदला है। लगभग डेढ़ साल से जारी इजरायल-हमास वॉर को अंतत: विराम दे दिया गया है। इजरायल-हमास सीजफायर डील 19 जनवरी से लागू होगी। दावा किया जा रहा है कि Donald Trump के शपथग्रहण समारोह से पहले Middle East में हुआ ये परिवर्तन कई मायनों में खास है।
दरअसल, ट्रंप ने बीते दिनों ही एक कार्यक्रम में कहा था कि यदि Hamas ने इजरायली बंधकों को नहीं छोड़ा, तो मिडिल ईस्ट को तहस-नहस कर देंगे। ट्रंप का इशारा स्पष्ट था कि जल्द से जल्द इजरायली बंधकों को छोड़ा जाए और Israel-Hamas Ceasefire डील को लागू किया जाए। ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप के आकमात्र इशारे और उनकी ताजपोशी से पहले Israel-Hamas War का थम जाना अमेरिका के प्रभुत्व का बड़ा संकेत है।
इजरायल-हमास सीजफायर डील से Middle East में बढ़ा PM Benjamin Netanyahu का दबदबा
दुनिया में शक्तिशाली देश के रूप में उभरने की इच्छा रखने वाले मध्य पूर्वी के तमाम राष्ट्र के लिए Israel एक बड़ी चुनौती के रूप में है। इजरायल को अमेरिका समेत कई यूरोपिय देशों का समर्थन खुले तौर पर प्राप्त है। यही वजह है कि Middle East में इजरायल से खुले तौर पर भिड़ने से पहले हमास, ईरान या अन्य देश कई दफा चिंतनिय अवस्था में रहते हैं। इसी कड़ी में अब जैसे ही Israel-Hamas Ceasefire डील को लागू करने की बात बनी है तो इसे पीएम नेतन्याहू के दबदबे के रूप में देखा जा रहा है।
दावा किया जा रहा है कि Israel-Hamas Ceasefire डील से PM Benjamin Netanyahu को लाभ होगा। उनकी सैन्य शक्ति को भी मजबूत करने के लिए समय मिल सकेगा। इसके अलावा इजरायली बंधक भी Hamas की कैद से रिहा हो जाएंगे। इन्हीं समीकरण को देखते हुए इजरायल-हमास सीजफायल डील को पीएम नेतन्याहू के बढ़ते दबदबे के रूप में देखा जा रहा है।
Israel-Hamas Ceasefire डील का दूरगामी असर क्या?
मिडिल ईस्ट में इजरायल और हमास के बीच छिड़ी जंग को विराम मिलने के बाद इसका दूरगामी असर क्या होगा? इस सवाल पर जमकर चर्चा हो रही है। बता दें कि इससे मिडिल ईस्ट में Israel को और मजबूती मिलेगी। इसके अलावा अब Middle East में अमेरिका और डोनाल्ड ट्रंप का आधिपत्य भी बढ़ सकेगा। Israel-Hamas Ceasefire डील के बाद मध्य पूर्व में पीएम बेंजामिन नेतन्याहू का प्रभुत्व बढ़ेगा जिससे अप्रत्यक्ष रूप से अमेरिका को मजबूती मिलेगी।