सोमवार, सितम्बर 29, 2025
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क्या कमजोर हुई इजरायल की रणनीति? Middle East में मोर्चा संभालने को क्यों बेताब है America? खामेनेई का Donald Trump को सख्त संदेश

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Israel Iran War: दुनिया में दबदबा रखने को बेताब अमेरिका की सक्रियता मिडिल ईस्ट में भी तेज हो गई है। अमेरिका मिडिल ईस्ट में फ्रंटफुट से मोर्चा संभालने को बेताब नजर आ रहा है। डोनाल्ड ट्रंप की ये बढ़ती सक्रियता कई गंभीर सवालों को जन्म दे रही है। पूछा जा रहा है कि क्या इजरायल ईरान वॉर के इस दौर में नेतन्याहू सेना की रणनीति कमजोर पड़ रही है? एक के बाद एक दागी जा रही ईरानी बैलिस्टिक मिसाइलों ने क्या इजरायली सेना का हौसला कमजोर किया है? ऐसे तमाम सवाल हैं जो America के फ्रंटफुट पर आने के कारण उठ रहे हैं। इसी बीच खबर है कि Israel Iran War के दौर में सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने अमेरिकी राष्ट्रपति की चुनौती स्वीकार करते हुए उन्हें सख्त संदेश दिया है। Ali Khamenei का स्पष्ट कहना है कि इजरायल हो या अमेरिका, सबको सख्त जवाब दिया जाएगा।

क्या कमजोर पड़ रही इजरायल की रणनीति?

दरअसल, अमेरिका की मिडिल ईस्ट में बढ़ती सक्रियता इन तमाम सवालों को जन्म दे रही है। ईरानी हमलों को लेकर ऐसी तमाम खबरें आईं जिन्होंने इजरायल की रणनीति कम होने की ओर इशारा किया। खबर मिली कि ईरानी सेना ने तेल अवीव में मोसाद हेडक्वार्टर को निशाना बना लिया है। इसके अलावा अन्य खुफिया एजेंसियों के मुख्यालयों को भी निशाना बनाने की खबरे मिलीं। हालांकि, इजरायल ने ऐसे दावों को सिरे से खारिज किया। लेकिन इसको लेकर बनी सुर्खियों ने Israel Iran War के इस दौर में नेतन्याहू सेना की रणनीतियों पर गंभीर सवाल खड़ा किए हैं।

Middle East में मोर्चा संभालने को क्यों बेताब है America?

ये जगजाहिर है कि अमेरिका और इजरायल पुराने दौर से सहयोगी की भूमिका में रहे हैं। यही वजह है कि डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर मिडिल ईस्ट में फ्रंटफुट से मोर्चा संभालते हुए नेतन्याहू सेना के लिए ढ़ाल बनते नजर आ रहे हैं। इजरायल ईरान वॉर के इस दौर में अमेरिका की पूरी कोशिश है कि खामेनेई सेना को मात दी जाए। डोनाल्ड ट्रंप ने तो जी7 समिट के दौरान साफ तौर पर कह दिया है कि ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकता। ये मुद्दा जड़ से खत्म होना चाहिए।

ये साफ तौर पर अमेरिका की व्याकुलता को दर्शाता है। Israel Iran War के इस दौर में अमेरिका का झुकाव साफ तौर पर पीएम नेतन्याहू की ओर है। अमेरिका की पूरजोर कोशिश है कि कैसे भी करके ईरानी सेना को रोका जाए और संघर्ष के इस दौर पर विराम लगाया जाए। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि अमेरिकी राष्ट्रपति अपनी कोशिश में कितना कामयाब हो पाते हैं।

Israel Iran War के बीच अली खामेनेई का Donald Trump को संदेश

पहले कुछ यूं लगा कि इजरायल और अमेरिका की गठजोड़ के बाद ईरान अकेला पड़ जाएगा और जल्द ही सरेंडर बोल देगा। लेकिन अब इससे ठीक उलट समीकरण बदलता नजर आ रहा है। जहां एक ओर ईरान, अमेरिका के बार-बार कहने पर भी परमाणु समझौते के लिए तैयार नहीं है। वहीं ईरानी सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने इशारों-इशारों में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सख्त संदेश दे दिया है। अली खामेनेई ने बैलिस्टिक मिसाइलों के बाद इजरायल पर हाइपरसोनिक मिसाइलें दाग कर स्पष्ट कर दिया है कि ईरान पीछे नहीं हटेगा। Israel Iran War के इस दौर में खामेनेई ने दुश्मनों की चुनौती स्वीकार करते हुए जैसे को तैसा जवाब देने की कसम खाई है। आगे ये देखना दिलचस्प होगा कि इजरायल ईरान वॉर की स्थिति में ईरान की नीति कैसे रहती है।

Gaurav Dixit
Gaurav Dixithttp://www.dnpindiahindi.in
गौरव दीक्षित पत्रकारिता जगत के उभरते हुए चेहरा हैं। उन्होनें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है। गौरव राजनीति, ऑटो और टेक संबंघी विषयों पर लिखने में रुची रखते हैं। गौरव पिछले दो वर्षों के दौरान कई प्रतिष्ठीत संस्थानों में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में DNP के साथ कार्यरत हैं।

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