Israel Iran War: खुद भले ही तमाम चुनौतियों से घिरे हैं, लेकिन दोस्त के लिए समर्थन देकर विरोधी खेमा की खटिया खड़ी कर दी है। यहां बात इजरायल ईरान वॉर के बीच प्रेसिडेंट Vladimir Putin की एंट्री को लेकर हो रही है। रूसी राष्ट्रपति ने खुलकर ऐलान कर दिया है कि मिडिल ईस्ट में छिड़े संघर्ष के इस दौर में वो खामेनेई सेना के साथ हैं। इसका आशय है कि अमेरिका और इजरायल की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। जो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुलकर अली खामेनेई को चेतावनी दे रहे थे, उनके लिए अब पुतिन सिरदर्द बन सकते हैं। Israel Iran War के इस दौर में जहां पुतिन की एंट्री खामेनेई के माथे पर बल लाएगी। वहीं ये एंट्री अमेरिका की खटिया खड़ी करने के साथ पीएम नेतन्याहू के लिए खतरा बन सकती है।
मिडिल ईस्ट में छिड़े Israel Iran War के दौर में खुलकर सामने आए Vladimir Putin!
प्रेसिडेंट जेलेंस्की के लिए सिरदर्द बन चुके व्लादिमीर पुतिन ने अब मिडिल ईस्ट में एंट्री मार दी है। इजरायल ईरान वॉर के इस दौर में रूसी राष्ट्रपति ने खामेनेई सेना को समर्थन देने की बात कही है। प्रेसिडेंट पुतिन ने साफ तौर पर कहा है कि “ईरान को परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग का अधिकार है। हमेशा से हमारी रूख यही रहा है। हम ईरान को समर्थन देने का ऐलान करते हैं।” Israel Iran War के इस दौर में खुले तौर पर रूस की एंट्री ने सारा समीकरण बदल दिया है। दावा किया जा रहा है कि प्रेसिडेंट Vladimir Putin का खामेनेई सेना को समर्थन देना कई मोर्चों पर अहम है। इससे ईरानी सेना को मजबूती मिल सकती है और आस्तित्व के जंग में खेल बदल सकता है।
अमेरिका की खटिया खड़ी करेगा रूसी राष्ट्रपति का ताजा ऐलान!
दरअसल, अमेरिकी खुलकर इजरायल को समर्थन दे रहा है और अली खामेनेई को आसान टार्गेट बताते हुए उनका विरोध कर रहा है। ऐसी स्थिति में रूस का खामेनेई सेना को खुलकर समर्थन देना अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप के लिए नई चुनौती साबित हो सकता है। अब यदि अमेरिका प्रत्यक्ष तौर पर Israel Iran War के इस दौर में एंट्री करेगा, तो निश्चित रूप से रूस उस रास्ते में अड़चन पैदा करेगा। यदि ऐसा हुआ तो दुनिया की दो महाशक्तियां आमने-सामने नजर आ सकती हैं और इजरायल ईरान वॉर के बीच नया संघर्ष देखने को मिल सकता है।