Maldives: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय मालदीव दौरे के लिए वहां पहुंच चुके है। बताते चले कि Maldives के राष्ट्रपति Mohamed Muizzu के आमंत्रण पर PM Modi स्वतंत्रता दिवस समारोह में गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में शिरकत करेंगे। राजनीतिक विशेषज्ञ की माने तो यह दौरा काफी अहम होने वाला है कि क्योंकि बीते कुछ महीनों से भारत और मालदीव के रिश्ते काफी निचले स्तर पर पहुंच चुके है, जिसके बाद उम्मीद जताई जा रही है कि एक बार फिर दोनों देशों के बीच रिश्ते सुधर सकते है। मालूम हो कि भारत मलादीव की हमेशा मदद करता हुआ आया है। हालांकि मोहम्मद मुइज़्ज़ू सरकार की चीन की तरफ ज्यादा झुकाव के कारण भारत के साथ रिश्ते खराब हो गए थे। वहीं पीएम मोदी का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है।
PM Modi के Maldives दौरे से क्या दोनों देशों के रिश्तों में आएगी मिठास
मालूम हो कि PM Modi दो दिवसीय मालदीव दौरे पर, जहां वह स्वतंत्रता दिवस समारोह में गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में शिरकत करेंगे। गौरतलब है कि बीते कुछ महीने से भारत और मालदीव के रिश्ते काफी निचले स्तर पर पहुंच चुका है। हालांकि जल्द ही राष्ट्रपति Mohamed Muizzu को यह समझ आ गया है कि चीन के साथ दोस्ती से करने से न आर्थिक स्थिरता मिलेगी और न ही क्षेत्रीय सुरक्षा सुनिश्चित हो पाएगी। यही वजह है कि एक बार मोहम्मद मुइज़्ज़ू सरकार भारत का रूख किया है।
मालूम हो कि भारत और मालदीव के बीच लगभग 500 मिलियन डॉलर का वार्षिक व्यापार होता है। इसके अलावा मालदीव में शुरू किए गए कई बुनियादी विकास परियोजनाएं जारी है। जो इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। यही सब कारण है कि एक बार फिर राष्ट्रपति मुइज़्ज़ू भारत के साथ रिश्ते सुधारने पर जोर दे रहे है। माना जा रहा कि एक बार इस मुलाकात के बाद दोनों देशों के रिश्तों में सुधार आ सकता है।
पीएम मोदी के मालदीव दौरे से चीन को लग सकता है झटका
गौरतलब है कि भारत के लिहाज से यह दौरा काफी अहम है, क्योंकि Maldives हिंदु महासगर में स्थिति एक महत्वपूर्ण देश है, साथ ही भारत का पड़ोसी देश है। वहीं दूसरी तरफ चीन मालदीव में लगातार अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। हालांकि PM Modi के इस दौरे से चीन को तगड़ा झटका लग सकता है। इसके अलावा भारत और मालदीव के बीच कई महत्वपूर्ण समझौते भी हो सकते है। कई राजनीतिक पंडितों का मानना है कि प्रधानमंत्री का यह दौरा कई लिहाज से अहम होंगे, इसके अलावा पर्यटन के लिहाज से भी एक बार फिर भारतीय पर्यटक बड़ी संख्या में जा सकेंगे, जिससे मालदीव की अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिल सकती है, क्योंकि मोहम्मद मुइज़्ज़ू सरकार ने अपने चुनावी वादों में ‘इंडिया आउट’ अभियान चलाया था।






