Pakistan News: तल्खियां बढ़ने का क्रम जारी है और यही वजह है कि आए दिन पीएम शहबाज शरीफ और आसिम मुनीर के तिलमिला उठने की खबरें सामने आती हैं। ताजा मामला अफगानी हुकूमत के कद्दावर चेहरे मुल्ला मोहम्मद याकूब के एक बयान से जुड़ा है। अल जज़ीरा को दिए एक साक्षात्कार में अफगानी रक्षा मंत्री मोहम्मद याकूब ने कहा है कि काबुल अपनी नीति अपने हितों के हिसाब से तय करता है।
अफगानिस्तान भारत के साथ रिश्ते मजबूत करने के लिए तैयार है। अफगानी रक्षा मंत्री का ये बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत-अफगानिस्तान पर सांठ-गांठ का आरोप लगाया है। ऐसी स्थिति के बीच काबुल का नई दिल्ली के साथ रिश्तों को मजबूत करने से जुड़ा बयान पीएम शहबाज शरीफ और आसिम मुनीर के लिए तिलमिला उठने का कारण बन सकता है।
अफगानी रक्षा मंत्री का बयान सुन तिलमिला उठेंगे पीएम शहबाज और मुनीर – Pakistan News
तल्ख रुख के साथ पाकिस्तान को लगभग नसीहत देते हुए अफगानी हुकूमत की ओर से अहम बयान सामने आया है। अफगानी रक्षा मंत्री मुल्ला मोहम्मद याकूब ने पाकस्तान द्वारा भारत-काबुल पर सांठ-गांठ के आरोप लगाए जाने का सख्ती से जवाब दिया है। मुल्ला याकूब ने साफ तौर पर कहा है कि “काबुल अपनी नीति अपने राष्ट्रीय हितों के हिसाब से तय करता है और वे भारत के साथ रिश्ते मजबूत करने के लिए तैयार है।”
इसका आशय साफ है कि काबुल-नई दिल्ली के बीच आने वाले समय में संबंध और बेहतर होंगे। मुल्ला याकूब ने ये भी कहा है कि अफगानिस्तान, भारत के साथ अपने राष्ट्रीय हितों के दायरे में रिश्ते मजबूत करेगा। वो पाकिस्तान के दबाव में नहीं आएगा। ये एक ऐसा बयान है जो भीतर ही भीतर पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ और आर्मी चीफ आसिम मुनीर को बेचैन कर सकता है।
तालिबानियों से करारी मात खाने के बाद पाकिस्तान को दोहरा झटका
मुल्ला याकूब का बयान पाकिस्तान के लिए दोहरे झटका के समान है। दरअसल, इससे पूर्व डूरंड रेखा पर हुई गोलीबारी में भी तालिबानियों ने मुनीर सेना को जख्म पहुंचाया था। उस दौरान बॉर्डर पर हुए संघर्ष के दौर में सैकड़ों पाकिस्तानियों की मौत हुई थी। इसके बाद ख्वाजा आसिफ भड़क उठे थे और अफगानियों को मुल्क छोड़ने का आदेश दिया था।
इस आनन-फानन के दौर में हुए घटनाक्रम के बाद दोनों देशों के बीच तल्खियां बढ़ीं और बयानों का नया दौर शुरू हुआ। इसी कड़ी में अब काबुल द्वारा भारत के साथ नए सिरे से संबंधों को मजबूत करने से जुड़ा बयान देना पड़ोसी मुल्क के लिए जख्म पर नमक के समान है। अब देखना दिलचस्प होगा कि पाकिस्तानी हुकूमत अफगानी रक्षा मंत्री के बयान को लेकर क्या प्रतिक्रिया देती है।