SCO Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 दिन की चीन यात्रा पर गए। जहां पीएम मोदी को एससीओ यानी शंघाई सहयोग संगठन में शामिल होना था। एससीओ समिट में दुनिया के 3 ताकतवर देशों के नेता एक ही मंच पर इकट्ठे हुए। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग एक ही फ्रेम में नजर आए। ऐसे में इस तस्वीर ने दुनिया को बिना कुछ कहे ही सबकुछ कह दिया। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स यानी ट्विटर से पुतिन और शी जिनपिंग के साथ एक ही फ्रेम की फोटो शेयर की है। इससे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को भारत ने सीधा संदेश दे दिया है।
SCO Summit में एक फ्रेम में दिखें तीनों नेता, क्या डोनाल्ड ट्रम्प से हुई चूक?
चीन में एससीओ समिट के दौरान पीएम मोदी, व्लादिमीर पुतिन और शी जिनपिंग एक दूसरे से मिलते हुए और मुस्कुराते हुए नजर आए। एससीओ समिट में इन तीनों नेताओं की मुलाकात ऐसे समय में हुई, जब भारत और अमेरिका के रिश्ते सबसे तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 25 फीसदी का अतिरिक्त टैरिफ भारत पर लगाया है। साथ ही आगे भी कड़ा कदम उठाने की धमकी दी है।
पीएम मोदी के साथ रूस और चीन के शीर्ष नेताओं का एकसाथ आना अमेरिका को सीधा संदेश देता है कि भारत किसी भी हाल में अमेरिका के मनमाने टैरिफ के आगे नहीं झुकेगा। ऐसे में क्या डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत को लेकर गलत अनुमान लगा लिया है? भारत, रूस और चीन एक होकर अमेरिका के टैरिफ का सामना कर सकते हैं?
एससीओ समिट में पीएम मोदी ने कही यह बात
वहीं, पीएम मोदी ने SCO Summit के दौरान पुतिन और शी जिनपिंग के साथ मुलाकात की फोटो शेयर करते हुए एक्स पर पोस्ट किया। पीएम मोदी ने अपनी एक्स पोस्ट में लिखा, ‘तियानजिन में बातचीत जारी! एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति शी के साथ विचारों का आदान-प्रदान।’
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एससीओ में एशिया के 10 ताकतवर देश शामिल हैं। इस संगठन को साल 2001 में बनाया गया था। इसमें शुरू में रूस और चीन थे, फिर धीरे-धीरे अन्य एशियाई देश में इससे जुड़ते गए। भारत इस संगठन से साल 2017 में जुड़ा। एससीओ मुख्यतौर पर सुरक्षा, आतंकवाद पर नियंत्रण, एनर्जी और व्यापार पर केंद्रित है।