Donald Trump: अतीत में जाएंगे तो भलीभाती ये समझ पाएंगे कि अमेरिका कैसे सधी चाल चलते हुए दुनिया में अपनी धाक जमाने की कोशिश करता रहता है। डोनाल्ड ट्रंप भी उसी नीति को बढ़ावा देते हुए कदम बढ़ा रहे हैं। मिडिल ईस्ट में छिड़ा संघर्ष हो, रूस-यूक्रेन वॉर की स्थिति हो या मामला भारत-पाकिस्तान से जुड़ा हो। Donald Trump हर जगह अपनी दखल देकर शातिर अंदाज में कदम बढ़ाते हैं। हालांकि, अमेरिका का दोहरा चरित्र लोगों की समझ में आसानी से आ जाता है। ताजा मामला ये है कि QUAD की ओर से सभी आतंकी हमलों की निंदा की गई है।
सारा सवाल यहीं से खड़ा होता है क्योंकि अमेरिका भी क्वाड का सदस्य है। जहां एक ओर Donald Trump पाकिस्तानी आर्मी चीफ और आतंक के पोषक आसिम मुनीर के साथ शाही लंच का लुत्फ उठा रहे हैं, PAK को आईएमएफ और WB से लोन उपलब्ध कराया जा रहा है। वहां अमेरिका की निंदा किस काम की है। यही वजह है कि प्रेसिडेंट ट्रंप की दोहरी नीति और चलन पर सवाल उठ रहे हैं।
आतंक के पोषक पाकिस्तान का सम्मान कर कद बढ़ा रहे Donald Trump!
ये जगजाहिर है कि दुनिया में अगर कहीं आतंकियों को पनाह मिलती है, तो वो उसमें पाकिस्तान का नाम पहली सूची में शुमार होगा। भारत के ये पड़ोसी मुल्क आतंकवादियों को बढ़ावा देने में माहिर है। हाफिज सईद, सैफुल्लाह कसूरी जैसे आतंकियों को मिल रहा संरक्षण इसका उदाहरण है। हालांकि, बड़ा सवाल है कि इतना सब कुछ जगजाहिर होने के बाद Donald Trump को पाकिस्तान से क्या लगाव है। पूर्व में देखा जा चुका है कि कैसे प्रेसिडेंट ट्रंप वाशिंगटन में आसिम मुनीर के साथ शाही लंच का लुत्फ उठा चुके हैं। इतना ही नहीं अमेरिका का हाथ पाकिस्तान को IMF और वर्ल्ड बैंक से आर्थिक मदद (क्रमश: $1 बिलियन और $40 बिलियन) दिलवाने में भी रहा है। ये सब कुछ करके डोनाल्ड ट्रंप पाकिस्तान का कद बढ़ाने के साथ दुनिया में आतंकवाद को बढ़ावा देने में भी योगदान दे रहे हैं।
आतंकी हमले की निंदा के बाद सामने आया प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप का दोहरा चरित्र!
दुनिया में कुटनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए बने QUAD की ओर से सभी आतंकी हमलों की निंदा की गई है। क्वाड सदस्य देशों ने सीमा पार आतंकी के वित्तपोषकों और अपराधियों को दंडित करने का आह्वान किया है। ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान के साथ अमेरिका भी क्वाड का सदस्य है। ऐसे में जहां एक ओर Donald Trump लगातार पाकिस्तान पर मेहरबान नजर आ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर आतंकवाद के पोषक की आलोचना करना उनके दोहरे चरित्र को दर्शाता है। आडंबर की आड़ में अमेरिकी कुछ इस कदर सधी चाल चल रहा है कि धीरे-धीरे सब बेनकाब होता जा रहा है। फिलहाल ये तय है कि जब तक प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप सख्ती से Pakistan के साथ नहीं पेश आएंगे, तब तक उनके बदलते रुख और दोहरे चरित्र को लेकर सवाल उठते रहेंगे।