Fog Alert 28 Nov 2025: लोगों के हाथ-पैर ठंडे होने शुरू हैं। सुबह दफ्तर जाने वाले लोग अब बाइक पर दस्ताने लगाना शुरू कर चुके हैं। इसकी प्रमुख वजह है रफ्तार पकड़ती ठंड। नवंबर के अंतिम सप्ताह में सर्दी तेजी से अपना दायरा बढ़ा रही है। उत्तर भारत के तमाम राज्य ठंड की चपेट में आ रहे हैं। आलम ये है कि दिल्ली से लेकर यूपी, हरियाणा, मध्य प्रदेश तक लोग चौकन्ना हो चुके हैं।
कोहरा और शीतलहर का सितम जल्द ही उत्तर भारत के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आने वाला है। इससे इतर उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और कश्मीर-लद्दाख के पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी लोगों के हाथ-पांव सुन्न करने के लिए तैयार बैठी है। ऐसे में आइए हम आपको आईएमडी की पूर्वानुमान रिपोर्ट के बारे में बताते हैं, ताकि जानकारी हासिल करने में मदद मिल सके।
यूपी से दिल्ली, हरियाणा, एमपी तक कोहरा-शीतलहर का सितम!
आईएमडी की पूर्वानुमान रिपोर्ट के तहत दिल्ली से लेकर यूपी, मध्य प्रदेश, हरियाणा तक कोहरा-शीतलहर का सितम देखने को मिल सकता है। राजधानी में तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है जो ठिठुरन बढ़ाएगी। कोहरा और शीतलहर का डबल अटैक दिल्लीवासियों के लिए अलग चुनौती पेश करेगी। दिल्ली से सटे हरियाणा में गुड़गांव से लेकर फरीदाबाद, पानीपत, हिसार, करनाल, रोहतक, सोनीपत, अंबाला और पंचकुला तक ठंड रफ्तार पकड़ सकती है। इससे कृषि के साथ उद्योग जगत भी प्रभावित नजर आ सकता है।
हरियाणा से इतर मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन तक भी ठंड बढ़ने के प्रबल आसार हैं। बुंदेलखंड, सागर, देवास, सतना और रतलाम समेत अन्य कई प्रमुख शहरों में भी कोहरा के साथ शीतलहर की मार जनजीवन अस्त-व्यस्त कर सकती है। वहीं उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल से अवध और बुंदेलखंड इलाके तक ठंड कनकनी बढ़ा सकती है जिससे किसानों के साथ व्यापारी व अन्य तमाम वर्ग प्रभावित हो सकते है।
पहाड़ों में बर्फबारी से सुन्न पड़ेंगे हाथ-पांव!
पूर्वानुमान रिपोर्ट के मुताबिक पहाड़ों में बर्फबारी फिर रफ्तार पकड़ सकती है। इसके तहत उत्तराखंड के गढ़वाल, कुमाऊं, देहरादून, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, मसूरी, रुद्रप्रयाग आदि में पारा गिरेगा। परिणामस्वरूप हरिद्वार से लेकर ऋषिकेश, उधम सिंह नगर, नैनीताल आदि में सैलानियों के साथ स्थानीय लोगों के हाथ-पांव भी सुन्न पड़ेंगे। वहीं हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, मनाली, मंडी, शिमला, लाहौल स्पिती में भी बर्फबारी रफ्तार पकड़ते हुए ठंड बढ़ाएगी। कश्मीर से लद्दाख तक भी लोगों के समक्ष चुनौतियों के पहाड़ खड़ा होंगे और ठंड हवाएं लोगों के लिए चिंता का सबब बनेंगी।






