Ola Electric: टू व्हीलर इलेक्ट्रिक कंपनी ओला इलेक्ट्रिक अक्सर कई वजहों से चर्चाओं में रहती है। मगर फिलहाल दो पहिया वाहन मेकर ने एक अहम निर्णय लिया है, जिसका प्रभाव काफी बड़ा साबित हो सकता है। ओला इलेक्ट्रिक के सीईओ Bhavish Aggarwal ने कंपनी के लगभग 1000 कर्मचारियों को निकालने का फैसला लिया है।
कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि भाविश अग्रवाल कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर काम करने वाले कर्मचारियों को कंपनी से अलग करने का सख्त कदम उठाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टू व्हीलर कंपनी ने अपने प्रोफिट को बढ़ाने के लिए यह निर्णय लिया है। बताया जा रहा है कि कंपनी को उम्मीद है कि इस फैसले से आने वाले समय में मौजूदा घाटे को कम किया जा सकेगा।
Ola Electric के इन विभागों पर पड़ेगा सबसे अधिक प्रभाव
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ओला इलेक्ट्रिक अपनी मौजूदा लागत को कम करने के लिए कई बड़े फैसले ले सकती है। इसी में से एक है कि वर्तमान में कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर काम करने वाले लगभग 1000 कर्मचारियों को कंपनी से अलग किया जा रहा है।
रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि Bhavish Aggarwal 1000 कर्मचारियों की छंटनी अलग-अलग विभागों से करेंगे। इसमें कस्टमर रिलेशन, खरीद, भर्ती, चार्जिंग आधारभूत जैसे डिपार्टमेंट शामिल हैं। इसमें ऑफ फ्रंट एंड सेल, सर्विस, वेयरहाउस और शोरूम सर्विस सेंटर में काम करने वाले कर्मचारियों पर इसका असर देखने को मिलेगा।
ओला इलेक्ट्रिक ने इन वजहों से उठाया छंटनी का फैसला
टू व्हीलर मेकर Ola Electric ने छंटनी करने का फैसला 6 महीने के अंदर दूसरी बार लिया है। इससे पहले बीते साल नवंबर में भी 500 कर्मचारियों को कंपनी से बाहर करने का निर्णय लिया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओला इलेक्ट्रिक के शेयर पिछले काफी समय से बेहतर परफॉर्म नहीं कर रहे हैं। ओला की सेल्स में भी काफी कमी देखने को मिली है।
वहीं, कुछ खबरों में बताया गया है कि Bhavish Aggarwal काफी समय से कंपनी की ज्यादा लागत और कम टर्नओवर की परेशानी से जूझ रहे हैं। दावा किया गया है कि भाविश अग्रवाल ने अपने पोर्टफोलियो की बिक्री बढ़ाने के लिए अच्छा-खासा डिस्काउंट भी ऑफर किया। मगर इसके बाद भी ओला इलेक्ट्रिक की सेल में उछाल देखने को नहीं मिल रहा है।