8th Pay Commission: अगर आप सरकारी टीचर हैं, तो आपके लिए एक खुशखबरी आई है। 8वें वेतन आयोग को लेकर बीते कई दिनों से भिन्न-भिन्न अपडेट सामने आ रहे हैं। मगर लेटेस्ट अपडेट जानकर केंद्रीय सरकारी शिक्षक खुशी से झूम सकते हैं। कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि 8वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद केंद्रीय सरकारी शिक्षकों की सैलरी में बंपर बढ़ोतरी हो सकती है। इसमें प्राइमरी टीचर्स, TGT यानी ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर और PGT यानी पोस्ट ग्रेजुएट टीचर को सीधा लाभ मिल सकता है। हालांकि, केंद्रीय सरकारी शिक्षकों के वेतन में इजाफे को लेकर फिटमेंट फैक्टर अहम भूमिका निभा सकता है। आइए जानते हैं इसकी विस्तार से पूरी डिटेल।
8th Pay Commission से शिक्षकों की सैलरी में होगा तगड़ा इजाफा!
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि 8वां वेतन आयोग लागू होने के बाद केंद्रीय सरकारी शिक्षकों की सैलरी में लगभग 20 से 30 फीसदी की वृद्धि देखने को मिल सकती है। ऐसे में अगर आप उत्तर प्रदेश का उदाहरण लें, तो प्राइमरी टीचर्स की सैलरी 9 से 35 हजार रुपये के बीच रहती है। 8वां वेतन आयोग आने के बाद प्राइमरी टीचर्स को एचआरए समेत लगभग 53 हजार वेतन के तौर पर मिल सकते हैं।
वहीं, जिन TGT शिक्षकों की न्यूनतम सैलरी 18 हजार रुपये है, उन्हें सीधे 52 हजार रुपये वेतन के तौर पर मिल सकते हैं। इसके अलावा PGT टीचरों का वेतन भी 25 प्रतिशत की दर से बढ़कर 55 हजार रुपये के करीब पहुंच सकता है।
8th Pay Commission में फिटमेंट फैक्टर निभाता है अहम भूमिका
अगर आप केंद्रीय सरकारी टीचर हैं और 8वें वेतन आयोग का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, तो आपको एक बात का ध्यान रखना है। सरकारी टीचरों की सैलरी फिटमेंट फैक्टर पर निर्भर करती है। 7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था। मगर 8वां वेतन आयोग लागू होने के बाद इसमें बढ़ोतरी हो सकती है। फिटमेंट फैक्टर को 2.57 से बढ़ाकर 2.86 किया जा सकता है। ऐसे में केंद्रीय सरकारी टीचरों की बेसिक सैलरी अगर 18 हजार रुपये है, तो सैलरी बढ़कर 52000 रुपये के आसपास पहुंच सकती है।
8वां वेतन आयोग लागू होने से पहले जानें क्या होता है फिटमेंट फैक्टर
8th Pay Commission लागू होने के बाद फिटमेंट फैक्टर में इजाफा होगा। ऐसे में काफी लोगों को फिटमेंट फैक्टर को लेकर गलत धारणा रहती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फिटमेंट फैक्टर एक तरह का मल्टीप्लायर होता है। इसका इस्तेमाल केंद्रीय कर्मियों की सैलरी और पेंशन को रिवाइज करने के लिए किया जाता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर फिटमेंट फैक्टर 2.57 से बढ़कर 2.86 होता है, तो इससे सैलरी और पेंशन में उतना ही इजाफा देखने को मिलेगा। साथ ही फिटमेंट फैक्टर बढ़ने से कुल वेतन पर नहीं, बल्कि सिर्फ बेसिक इनकम पर प्रभाव पड़ता है। ऐसे में बेसिक सैलरी में इजाफा होता है।