Bihar Election Results 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतगणना आज सुबह शुरू हो गई। रुझान धीरे-धीरे नतीजों में बदल रहे हैं। इन सबके बीच, राजनीतिक रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर की पार्टी, जन सुराज को लेकर चर्चाएँ तेज़ हैं। ऐसा इसलिए नहीं है कि जन सुराज ने बिहार की 239 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और नतीजे प्रशांत किशोर की उम्मीदों के विपरीत रहे। चर्चा इस बात को लेकर है कि चुनाव आयोग की वेबसाइट पर प्रशांत किशोर की पार्टी के जन सुराज के वोट प्रतिशत का कोई आंकड़ा क्यों नहीं दिख रहा है।
Bihar Election Results 2025: जन सुराज का नहीं खुला खाता
आपको बता दें कि चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर वोटिंग प्रतिशत के आंकड़ों में नोटा तो दिख रहा है, लेकिन 239 सीटों पर चुनाव लड़ रही प्रशांत किशोर की पार्टी का वोट प्रतिशत नहीं दिख रहा है। दरअसल, खबर लिखे जाने तक बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम 2025 में जन सुराज का खाता भी नहीं खुला है। शुरुआती रुझानों में चार सीटों पर बढ़त बनाने के बाद जन सुराज पिछड़ता दिखा है।
खबर लिखे जाने तक प्रशांत किशोर की पार्टी का वोट प्रतिशत अज्ञात रहा। हालांकि, राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अंतिम नतीजों तक स्थिति और साफ हो जाएगी। जन सुराज को 3-4 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं, ऐसा अनुमान चुनाव विश्लेषकों द्वारा लगाया जा रहा है। जानकारी हो कि इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इसलिए, जब तक चुनाव आयोग अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जन सुराज के वोट प्रतिशत को लेकर अपडेट नहीं करता, ऐसे में कुछ भी कहना नामुमकिन है।
बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम 2025: चुनावी विफलता पर जन सुराज प्रवक्ता का बयान
गौरतलब है कि 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में मतदान हुआ था। पहला चरण 6 नवंबर को 18 जिलों की 121 सीटों के लिए और दूसरा चरण 11 नवंबर को 20 जिलों की 122 सीटों के लिए मतदान हुआ था। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में 67.13 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 1951 के बाद सबसे अधिक है। महिला मतदाताओं का मतदान 71.6 प्रतिशत रहा, जो बिहार में अब तक का सबसे अधिक माना जाता है। इन सबके बीच, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि एनडीए 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों में भारी जीत के साथ सरकार बनाने के लिए तैयार दिख रही है। जन सुराज के प्रवक्ता पवन कुमार वर्मा का एक बड़ा बयान सामने आया है, जिन्होंने कहा कि वह बिहार चुनाव की विफलता की गहन समीक्षा करेंगे क्योंकि वे जनता का विश्वास जीतने में विफल रहे।






