Delhi Mumbai Expressway: देश में आठ लेन वाला एक्सप्रेसवे काफी चर्चा बटोर रहा है। हम यहां पर दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे की बात कर रहे हैं। अभी तक आपने सुना या पढ़ा होगा कि यह एक्सप्रेसवे जल्द ही शुरू हो सकता है। मगर अभी तक इसे शुरू करने के संबंध में कोई भी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। हालांकि, इस एक्सप्रेसवे के रास्ते में पड़ने वाले कई शहरों में विकास की नई लहर देखने को मिल सकती है। अगर आप नहीं जानते हैं, तो आपको बता दें कि यह एक्सप्रेसवे लगभग 1350 किलोमीटर लंबा होगा। कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इसे इस तरह से डिजाइन किया जाएगा कि भविष्य में इसे 12 लेन तक विस्तार दिया जा सके।
Delhi Mumbai Expressway से कनेक्ट होंगे MP के ये शहर
बताया जा रहा है कि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे को ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के तौर पर विकसित किया जा रहा है। साथ ही इस एक्सप्रेसवे पर एक लेन को इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए अलग से रखा जाएगा। इलेक्ट्रिक लेन पर सिर्फ ईवी गाड़ियां ही चलेंगी। बताया जा रहा है कि यह इलेक्ट्रिक लेन एमपी यानी मध्य प्रदेश से होकर निकलेगी। ऐसे में मध्य प्रदेश के शहरों पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है।
इस एक्सप्रेसवे के जरिए इंदौर, उज्जैन और भोपाल में तेजी से विकास हो सकता है। इन शहरों से दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे गुजरने की वजह से इनकी आपस में कनेक्टिविटी बेहतर होगी। साथ ही दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों तक इन शहरों होने वाली कमर्शियल गतिविधियों को भी रफ्तार मिलने की संभावना है। बता दें कि मध्य प्रदेश में इस एक्सप्रेसवे का हिस्सा 244 किलोमीटर का बताया जा रहा है।
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से बढ़ सकता है इन शहरों का रियल एस्टेट सेक्टर
जब भी किसी शहर से कोई एक्सप्रेसवे गुजरता है, तो वहां के प्रोपर्टी के दाम में इजाफा हो जाता है। ऐसे में माना जा रहा है कि Delhi Mumbai Expressway की वजह से इंदौर, उज्जैन और भोपाल में रियल एस्टेट सेक्टर काफी तेजी से आसमान छू सकता है। एक्सप्रेसवे से लगने वाले इन शहरों में जमीन के दाम तेजी से ऊपर की ओर जा सकते हैं। एक्सप्रेसवे निकलने से इन शहरों में निवेश बढ़ सकता है, जिससे रियल एस्टेट सेक्टर के लोग एक्सप्रेसवे से कुछ दूरी पर नई सोसाइटी और ऑफिस टावरों का निर्माण कर सकते हैं। वहीं, कई रिपोर्ट्स की मानें, तो यह एक्सप्रेसवे सितंबर से अक्तूबर तक पूरी तरह से खुल सकता है।