शुक्रवार, मई 17, 2024
होमख़ास खबरेंChandrayaan-3: चांद पर शुरू हुई खोजबीन, Vikram Lander से बाहर आया Pragyan...

Chandrayaan-3: चांद पर शुरू हुई खोजबीन, Vikram Lander से बाहर आया Pragyan Rover, 14 दिनों तक होगी रिसर्च

Date:

Related stories

Chandrayaan-3: चांद पर नहीं आया था भूकंप, विक्रम लैंडर में दर्ज हुई रहस्यमयी गतिविधियों पर वैज्ञानिकों का नया खुलासा

Chandrayaan-3: ISRO ने कुछ दिनों पहले बताया था की चांद पर कुछ रहस्यमयी झटके महसूस किए गए थे। जिन्हें शुरूआती तौर पर भूकंप के झटके कहा गया था।

Chandrayaan-3: जानें अभी किस स्थिति में है Vikram Lander, चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने ISRO को भेजी तस्वीर, आप भी देखें

Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग के बाद से लगातार मिशन से जुड़ी तस्वीरें सामने आ रही हैं। अब एक नई तस्वीर सामने आई है।

चांद पर इस जगह उतरा था Chandrayaan-3, NASA के LRO ने खींची लैंडिंग साइट की तस्वीर, आप भी देखें

Chandrayaan-3: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA के लूनर रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर ने हाल ही में चंद्रमा पर चंद्रयान-3 के लैंडर की तस्वीर खींची है।

Chandrayaan-3: चांद पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद ISRO के लिए एक और खुशखबरी है। विक्रम लैंडर (Vikram Lander) में मौजूद रोवर ‘प्रज्ञान’ (Pragyan Rover) सफलतापूर्वक बाहर आ गया है। यानी चांद पर अब खोजबीन शुरू हो गई है।

ISRO (Indian Space Research Organisation) ने खुद इस बात की जानकारी दी है। ISRO ने बताया कि सफल लैंडिंग के बाद रोवर ‘प्रज्ञान अब लैंडर से बाहर निकल आया है। ISRO ने इसकी कुछ तस्वीरें भी साझा की है।

प्रज्ञान रोवर ने चांद पर शुरू की खोजबीन

दरअसल, लैंडिंग के बाद यह इस मिशन का अगला बड़ा कदम था। यह Pragyan Rover ही है, जो चांद पर रिसर्च और स्टडी करेगा। चांद पर पानी और कीमती धातुओं से जुड़ी जानकारी जुटाएगा। इसके बाद रोवर के जरिए सारा डेटा लैंडर तक जाएगा। जहां से ISRO इस डेटा का एक्सेस कर पाएगा। ISRO वैज्ञानिक इसी डेटा के आधार आगे की रिसर्च करेंगे।

ढाई घंटे बाद लैंडर से बाहर निकला रोवर

रोवर को लैंडर से बाहर निकलने में करीब ढाई घंटे का समय लगा। ऐसा इसलिए किया गया ताकि टचडाउन से उड़ी धूल से रोवर को कोई नुकसान न पहुंचे। दरअसल, चांद पर गुरुत्वाकर्षण (ग्रैविटी) पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के मुकाबले बेहद कम है।

इसके कारण, धूल उस तरह वापस नहीं जमती जिस तरह वह पृथ्वी पर जमती है। वैज्ञानिकों को चिंता थी कि अगर धूल शांत होने से पहले रोवर को बाहर निकाला गया, तो इससे रोवर पर लगे कैमरे और अन्य संवेदनशील उपकरणों को नुकसान हो सकता है। इसिलिए रोवर को ढाई घंटे बाद लैंडर से बाहर निकाला गया।

चांद पर होगी एक दिन की स्टडी

रोवर ‘प्रज्ञान’ चांद पर एक दिन की स्टडी करेगा। ये यहां पूरा एक दिन बिताएगा। अब आप सोच रहे होंगे की मात्र एक दिन की स्टडी से क्या हासिल हो जाएगा ? लेकिन जैसा आप सोच रहे हैं, वैसा बिल्कुल नहीं है। चांद का एक लूनर डे यानी चांद पर एक दिन धरती के 14 दिन के बराबर होता है। इस हिसाब से देखें तो रोवर, 14 दिनों तक चांद पर रिसर्च और खोजबीन करेगा।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM  और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Brijesh Chauhan
Brijesh Chauhanhttps://www.dnpindiahindi.in
बृजेश बीते 4 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। इन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में M.A की पढ़ाई की है। यह कई बड़े संस्थान में बतौर कांटेक्ट एडिटर के तौर पर काम कर चुके हैं। फिलहाल बृजेश DNP India में बतौर कांटेक्ट एडिटर पॉलिटिकल और स्पोर्ट्स डेस्क पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

Latest stories