Gorakhpur-Panipat Expressway: उत्तर प्रदेश को एक और नए एक्सप्रेसवे की सौगात मिलने जा रही है, जो हरियाणा से तो कनेक्ट होगा ही साथ ही पश्चिमी यूपी के कई जिलों को भी इसका फायदा मिलने की उम्मीद है। बता दें कि यूपी में तेजी से विकास हो रहा है। चाहे वह एयरपोर्ट हो या फिर एक्सप्रेसवे हो, लोगों को जबरदस्त फायदा मिलने की उम्मीद है। सबसे खास बात है कि इस एक्सप्रेसवे के बनने से मात्र 8 घंटे में गोरखपुर से हरिद्वार तक की पहुंच हो जाएगी। बता दें कि शामली तक बनाया जाना था, लेकिन अब इसे हरियाणा के औद्योगिक शहर पानीपत तक बनाने का फैसला किया गया है। यानि कनेक्टिविटी के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
Gorakhpur-Panipat Expressway को लेकर सुगबुगाहट तेज
गोरखपुर-पानीपत एक्सप्रेसवे को लेकर डीपीआर तैयार किया जा रहा है, फिलहाल 22 जिलों में सर्वे चल रहा है ताकि यह तय किया जा सके कि कितने ब्रिज, फ्लाइओवर और ओवरपास की ज़रूरत होगी। सर्वे पूरा होने के बाद Final Alignment तय किया जाएगा। माना जा रहा है कि 2026 से इस एक्सप्रेसवे का काम शुरू हो सकता है, हालांकि इसे लेकर अभी तक अधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर से कनेक्ट होगा जो पानीपत तक जाएगा। सबसे अच्छी बात है कि इसके बनने से कई जिलों को जबरदस्त फायदा होने की उम्मीद है, साथ ही रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
क्या होगा गोरखपुर एक्सप्रेसवे का रूट
अगर गोरखपुर- पानीपत एक्सप्रेसवे रूट की बात करें तो इसमे आने वाले जिले गोरखपुर, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, बहराइच, लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर, हरदोई, बदायूं, रामपुर, मुरादाबाद, बरेली, संभल, बिजनौर, अमरोहा, मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली शामिल हैं।
मेरठ, अमरोहा समेत इन जिलों में आएगी रोजगार की बाढ़
गोरखपुर- पानीपत एक्सप्रेसवे के बनने से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है, क्योंकि एक्सप्रेसवे के आसपास होटल, रेस्ट रूम, पेट्रोल पंप, फूड कोर्ट, टैक्सी स्टैंड समेत कई चीजों का निर्माण होगा, जिसके लिए बड़ी संख्या में लोगों की जरूरत होगी। इसके अलावा पानीपत तक कनेक्ट होने के बाद हरिद्वार तक की यात्रा 6 घंटे में हो जायेगी। इससे सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे लिंक होने से उत्तर भारत में कनेक्टिविटी मजबूत होगी। यानि यह एक्सप्रेसवे आने वाले समय में एक गेमचेंजर साबित हो सकता है।