New Delhi Station Stampede: जिंदगी और मौत के मुहाने पर खड़ी जनता की प्रतिक्रिया सब ने देखी और सुनी होगी। बीते दिनों सोशल मीडिया पर विलाप और क्रंदन से जुड़े कई वीडियो सामने आए। न्यू दिल्ली स्टेशन स्टैम्पेड हैशटैग के साथ पोस्ट किए जा रहे तमाम वीडियो में यात्री अपने-अपने हिस्से का अनुभव सांझा कर रहे थे। ऐसा एक वीडियो फिर सामने आया है जिसमें हाशिम नामक एक कुली की बातों को सुना जा सकता है। हाशिम बताते हैं कि कैसे उन्होंने New Delhi Station Stampede के बाद खुद को संभाला और फिर महाकुंभ जा रहे भक्तों को बचाने में जुट गए। हाशिम द्वारा आंखो देखी स्थिति का वर्णन अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल है। यूजर्स उनके इस प्रयास की सराहना भी कर रहे हैं।
New Delhi Station Stampede की आंखों देखी स्थिति की बयां करते हाशिम!
हाशिम नामक एक कुली ने न्यू दिल्ली स्टेशन स्टैम्पेड की आंखों देखी स्थिति बयां की है। उनका कहना है कि “रोज की तरह हम काम कर रहे थे कि अचानक चीखने-चिल्लाने की आवाज आई। सभी कुली स्टेशन की ओर भागे। हमने देखा कि बच्चे, औरते जमीन पर गिरे पड़े हैं। पुरुष भाग रहे हैं। हम लोगों ने बच्चों को उठाया और बाहर निकालना शुरू किया। हमने कई ऐसे लोगों को भी बाहर निकाला जो बेहोशी की अवस्था में थे। एक ऐसी ही औरत अपनी 4 वर्षीय बेटी को लेकर रो रही थी। हम उसे लेकर बाहर निकले और फिर अचानक बच्ची रोने लगी। बेटी को जीवित देखकर उसकी मां भी रोने लगी जिसे देख सबकी आंखों में आंसू आ गए।” कविश अजीज नामक एक्स हैंडल यूजर ने वीडियो जारी किया है, जिसमें कुली को New Delhi Station Stampede की हालात बयां करते सुना जा सकता है।
प्रयागराज जाने के लिए प्लेटफॉर्म पर उमड़े थे यात्री
गौरतलब है कि 15 फरवरी की देर रात न्यू दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 13 और 14 पर यात्रियों की भीड़ औचक बढ़ गई। ये सभी महाकुंभ जाकर आस्था की डुबकी लगाने के लिए आतुर थे। इसी दौरान अचानक भगदड़ की स्थिति बनी जिसकी चपेट में आने से दर्जनों लोगों की मौत हो गई। हालांकि, प्रशासनिक सूझ-बूझ से भगदड़ की चपेट में फंसे यात्रियों को बचाया गया और स्थिति पर नियंत्रण पाया गया।