CM Bhagwant Mann: संत राम उदासी 20 अप्रैल 1939 को जन्में पंजाब में नक्सली आंदोलन से उभरे प्रमुख पंजाबी कवियों में से एक थे, जिन्होंने क्रांतिकारी और दलित चेतना के बारे में लिखा, इसके अलावा भी उन्होंने कई क्रांतिकारी आंदोलने में हिस्सा लिया, बता दें कि क्रांतिकारी कवि का आज जयंती है, जिसपर पंजाब के CM Bhagwant Mann ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की, जिसकी जानकारी खुद उन्होंनेअपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट किया और इसकी जानकारी दी।
CM Bhagwant Mann ने क्रांतिकारी कवि संत राम उदासी जी की जयंती पर दी श्रद्धांजलि
पंजाब के CM Bhagwant Mann ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर जानकारी देते हुए लिखा कि “धरती माँ, चाँद और भी बहुत कुछ आपकी गोद में है। हे सूर्य, आप देवताओं के आँगन में चमकते रहें। पंजाब के क्रांतिकारी कवि और कामियाँ के आँगन के उगते सूरज संत राम उदासी जी की जयंती पर हम उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
संत राम उदासी जी ने अपने गीतों और कविताओं के माध्यम से लोगों के मन में क्रांतिकारी चेतना पैदा की”। मालूम हो कि कवि संत राम उदासी जी ने किसान, गरीबों पर हो रहे अत्याचार को लेकर कई कविताएं लिखा जो काफी प्रसिद्ध हुई। इसके अलावा उन्होंने आंदोलनों में भी भाग लिया।
क्रांतिकारी कवि संत राम उदासी जी ने कई मार्मिक कविताएं लिखी
संत राम उदासी पंजाबी भाषा के प्रमुख क्रांतिकारी कवियों में से एक थे। वे नक्सलवादी आंदोलन का हिस्सा थे और अपने जीवनकाल में उन्हें क्रूर सरकारी दमन का सामना करना पड़ा। उदासी ने किसानों, मज़दूरों और दलितों की दुर्दशा पर मार्मिक कविताएँ लिखीं। यहाँ उनकी कविता ‘ललकार’ (युद्धघोष) का एक अंश दिया गया है, जिसमें किसानों और मज़दूरों से एकजुट होकर अन्याय के विरुद्ध लड़ने का आह्वान किया गया है। आज किसान दिवस के अवसर पर कविता का एक उपयुक्त अंश। इसके अलावा 1960 के दशक के अंत में भारतीय पंजाब में क्रांतिकारी और दलित चेतना के बारे में लिखते हुए। लोक कवि संत राम उदासी मेमोरियल ट्रस्ट (अंतर्राष्ट्रीय) की स्थापना संत राम उदासी के जीवन और कार्यों पर केंद्रित एक शोध फाउंडेशन के रूप में की गई थी।