Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज धूरी सर्कल की उन सहकारी सभाओं का सम्मान किया, जिन्होंने 99 प्रतिशत से अधिक ऋण वसूल कर एक नई मिसाल कायम की है।
यह बहुत गर्व की बात है कि धूरी सर्कल की सहकारी सभाओं ने 99% से अधिक ऋण वसूली करके नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं
अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष मनाने के लिए आयोजित एक समारोह के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि धूरी सर्कल की सहकारी सभाओं ने 99% से अधिक ऋण वसूली करके नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि इन सोसायटियों को सम्मानित करने के लिए एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया ताकि दूसरों को भी प्रेरणा मिल सके। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह देखकर खुशी होती है कि इन सोसायटियों ने उस समय यह शानदार काम किया है, जब राज्य भर की अधिकांश सोसायटियां अपने बकाया ऋण की वसूली करने में विफल रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारी क्षेत्र को मजबूत करने की आवश्यकता है क्योंकि यह किसानों और अन्य हितधारकों के लाभ को सुनिश्चित करेगा।
उन्होंने किसानों और अन्य लोगों से सहकारी बैंकों में अपने खाते खुलवाने की अपील की, जो अन्य बैंकों की तुलना में ऋण पर 3% कम ब्याज प्रदान करते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सहकारी बैंकों के बारे में कई गलतफहमियां हैं और किसानों को इसका शिकार नहीं होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार इन बैंकों की कार्यकुशलता को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए बैंकिंग क्षेत्र के विशेषज्ञों की सेवाएं भी ले रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह समय की मांग है कि किसान इन बैंकों में अपने खाते खोलें ताकि बैंकों में आर्थिक गतिविधियों को और बढ़ावा मिल सके। राज्य में बड़े और खर्चीले विवाहों पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि ये आम किसानों की जेबों पर बड़ा बोझ डाल रहे हैं।
सादे विवाहों की वकालत करते हुए कहा कि यह समय की बहुत बड़ी आवश्यकता है
मुख्यमंत्री ने सादे विवाहों की वकालत करते हुए कहा कि यह समय की बहुत बड़ी आवश्यकता है ताकि किसानों को कर्ज के दुष्चक्र से बाहर निकाला जा सके। उन्होंने कहा कि खर्चीले विवाहों से बचना चाहिए क्योंकि ये राज्य के किसानों को कर्ज के बोझ तले दबा देते हैं, जिससे आने वाले समय में गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि किसानों को एक-दूसरे की देखा-देखी फिजूल पैसे खर्च करने की अंधी दौड़ से बचना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने किसानों को सहकारी सभाओं से कृषि उपकरण किराए पर लेकर उपयोग करने का आह्वान करते हुए कहा कि इससे खेती पर होने वाले खर्च को कम करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पहले ही सहकारी सभाओं को ऐसे उपकरणों की खरीद के लिए सब्सिडी दे रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन संसाधनों का समझदारी से उपयोग किया जाना चाहिए ताकि कृषि को लाभदायक पेशा बनाया जा सके और इस पर होने वाले खर्च को कम किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार पहले ही राज्य में सहकारी क्षेत्र को मजबूत करने पर बहुत जोर दे रही है। भगवंत सिंह मान ने स्पष्ट रूप से कहा कि सहकारी क्षेत्र देश की जीवन रेखा है, जिसने आजादी के बाद देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा कि भारत में सहकारिता आंदोलन ने समाज के सभी वर्गों, खासकर किसान समुदाय को बहुत लाभ पहुंचाया है, जिन्होंने देश को अनाज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल शिक्षा के परिणामों में लड़कियों ने एक बार फिर लड़कों को पछाड़ दिया है। उन्होंने कहा कि ये परिणाम पंजाब में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे ठोस प्रयासों को दर्शाते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे ईमानदार प्रयासों से लड़कियों को बहुत फायदा हुआ है, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में शीर्ष स्थान प्राप्त करके उनके सशक्तिकरण का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
होनहार विद्यार्थियों को बधाई देते हुए शानदार भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं
मुख्यमंत्री ने इन होनहार विद्यार्थियों को बधाई देते हुए शानदार भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये लड़कियां अपनी कड़ी मेहनत और लगन से बुलंदियां छूने में सक्षम हुई हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी, उनके माता-पिता और शिक्षक इस उपलब्धि के लिए सराहना के हकदार हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि ये छात्राएं अन्य विद्यार्थियों के लिए रोल मॉडल बनेंगी और उच्च शिक्षा प्राप्त कर शिक्षा के क्षेत्र में शीर्ष स्थान प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेंगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों, खासकर लड़कियों के लिए स्कूल शिक्षा का सबसे अच्छा माहौल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि वे अपने जीवन में सफल हो सकें।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि पंजाबियों ने साबित कर दिया है कि यदि राज्य देश की सीमाओं की रक्षा कर सकता है तो वह राज्य के पानी की भी रक्षा कर सकता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से लगी 532 किलोमीटर लंबी सीमा की रक्षा के लिए महान बलिदान देने का पंजाब का शानदार इतिहास है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस बार पंजाबी पाकिस्तानी सेना को मुंह तोड़ जवाब देने में भी सबसे आगे थे और दूसरी ओर उन्होंने अपने हिस्से का पानी बचाने के लिए भी आगे बढ़कर लड़ाई लड़ी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग 20 दिनों तक राज्य के मेहनती और जागरूक लोगों ने हरियाणा और केंद्र को पंजाब से एक बूंद भी पानी चोरी नहीं करने दिया। उन्होंने कहा कि सालों से बीबीएमबी के माध्यम से पंजाब के पानी को दूसरे राज्यों को दिया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, अकाली और भाजपा के हाथ पंजाबियों के खून से रंगे हुए हैं क्योंकि इन पार्टियों ने अपने निजी हितों के लिए राज्य के पानी के अधिकारों को नजरअंदाज करके उनकी पीठ में छुरा घोंपा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब के पिछले नेताओं ने कई मुद्दों पर राज्य के हितों से ज्यादा अपने हितों को महत्व देकर लोगों के साथ गद्दारी की है।
इस अवसर पर रजिस्ट्रार सहकारी सभाएं विमल कुमार सेतिया और अन्य हस्तियां भी मौजूद थीं।