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कट्टरपंथी Muhammad Yunus को सख्त संदेश! तनाव के बीच नई दिल्ली ने ढ़ाका को दी चेतावनी, भारतीय विरासत को मिटाया तो…

बांग्लादेश में चुन-चुनकर भारतीय विरासत को निशाना बनाए जाने के बाद नई दिल्ली ने ढ़ाका को चेतावनी दी है। Muhammad Yunus की सरकार को चेताते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि हम भारत से जुड़ी सांस्‍कृतिक विरासत को मिटाने की कोशिश की निंदा करते हैं।

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Muhammad Yunus
Picture Credit: सोशल मीडिया (सांकेतिक तस्वीर)

Muhammad Yunus: दुनिया में बदलते समीकरण के बीच बांग्लादेश पर सबकी निगाहें टिकी हैं। जहां मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार कट्टरपंथ को इस कदर बढ़ावा दे रही है कि चहुंओर थू-थू मची है। इस तनाव भरे क्षण के बीच नई दिल्ली ने ढ़ाका को स्पष्ट चेतावनी दे दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मुहम्मद यूनुस सरकार को स्पष्ट किया है कि यदि बांग्लादेश में स्थित भारतीय विरासत को मिटाया गया, तो ये चिंता का विषय है। अंतरिम सरकार को इस बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए। दरअसल, Muhammad Yunus के शासन काल में भारत से जुड़ी सांस्‍कृतिक विरासत रवींद्रनाथ टैगोर के पैतृक घर में तोड़फोड़ की गई है। इसी को लेकर नई दिल्ली और ढ़ाका के बीच तल्खियां बढ़ी हैं।

तनाव के बीच नई दिल्ली ने ढ़ाका को दी चेतावनी!

भारतीय विदेश मंत्रालय ने मुहम्मद यूनुस सरकार को लगभग चेताया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा है कि बांग्लादेश के सिराजगंज जिले में रवींद्रनाथ टैगोर के पैतृक घर में हुई तोड़फोड़ निंदा का विषय है। इस घटना की जांच और मामले में शामिल चरमपंथी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है। बता दें कि जब से Muhammad Yunus ने अंतरिम सरकार की कमान संभाली है। तब से बांग्लादेश में चरमपंथियों का बोल-बाला बढ़ा है। कट्टरपंथी कभी हिंदू मंदिरों को निशाना बनाते हैं, तो कभी भारतीय सांस्‍कृतिक विरासत को मिटाने का प्रयास करते हैं। यही वजह है भारत ने साफ किया है कि यदि बांग्लादेश ने भारतीय विरासत को मिटाया तो ये मुद्दा जोर-शोर से गूंजेगा और उनकी आलोचना जारी रहेगी।

कट्टरपंथी मानसिकता को लेकर सवालों के घेरे में Muhammad Yunus!

अतीत के पन्ने पलटेंगे तो ऐसे कई उदाहरण मिल जाएंगे जिसमें कट्टरपंथी मानसिकता वाले मुहम्मद यूनुस सरकार के कुकृत्यों का जिक्र है। इससे पहले बांग्लादेश के अलग-अलग हिस्सों में चुन-चुनकर हिंदू बाहुल इलाकों में आगजनी का मामला सामने आ चुका है। कई ऐसे वाकये नजर आए जब कट्टरपंथियों द्वारा अल्पसंख्यक हिंदुओं को निशाना बनाते देखा गया। यही वजह है कि शुरू से ही Muhammad Yunus सरकार की भूमिका पर सवाल उठते रहे हैं। ये वही यूनुस हैं जिन्होंने कट्टरपंथी जमात-ए-इस्‍लामी का रास्‍ता भी साफ कर दिया, ताकि वह बांग्‍लादेश में होने वाले अगले चुनाव में हिस्‍सा ले सके। ऐसे में भला कैसे इस शख्स से शांति की उम्मीद की जा सकती है।

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