Akhilesh Yadav: प्राचीन सभ्यताओं के अवशेष की खोज-बीन यूपी सरकार द्वारा की जा रही है। इस कड़ी में संभल में खुदाई हुई और कुछ प्राचीन स्थल मिले। Sambhal में खुदाई होने के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने UP CM आवास के नीचे ‘शिवलिंग’ होने से जुड़ा दावा कर दिया है। Akhilesh Yadav के दावे को लेकर सियासी संग्राम चढ़ता नजर आ रहा है। BJP ने सपा मुखिया के दावे और ‘यूपी मुख्यमंत्री निवास’ के नीचे शिवलिंग होने को लेकर चल रही चर्चाओं पर अपना पक्ष क्लियर किया है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सैफई महोत्सव का जिक्र कर पूर्व सीएम पर निशाना साधा है।
BJP प्रवक्ता ने Akhilesh Yadav पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री निवास के नीचे ‘शिवलिंग’ होने का दावा करने वाले सपा मुखिया पर अब घिरते नजर आ रहे हैं। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने Akhilesh Yadav पर निशाना साधते हुए बड़ी बात कह दी है। शहजान पूनावाला का कहना है कि ”सैफई में बॉलीवुड कलाकारों को बुलाने के लिए निमंत्रण की जरूरत थी। सैफई महोत्सव पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए। आज जब महाकुंभ पूरी दुनिया में चर्चा का विषय है तो हर आए दिन Maha Kumbh को लेकर बेबुनियाद टिप्पणियाँ की जाती हैं। कभी उन्हें शिवलिंग का मजाक उड़ाना पड़ता है, कभी उन्हें महाकुंभ का मजाक उड़ाना पड़ता है।”
सपा मुखिया के बयान बिफरे कैबिनेट मंत्री OP Rajbhar
यूपी सरकार में मंत्री ओपी राजभर ने सीएम आवास के नीचे ‘शिवलिंग’ वाले बयान को लेकर Akhilesh Yadav को आड़े हाथों लिया है। OP Rajbhar का कहना है कि “”वह अपना वोट बैंक सुरक्षित करने के लिए बयानबाजी कर रहे हैं। वह इस तरह के बेबुनियाद बयान इसलिए दे रहे हैं ताकि उनका मुस्लिम वोट बैंक खिसक न जाए। अगर उन्हें इस बारे में पता था तो जब वह मुख्यमंत्री थे तो उन्हें क्यों नहीं मिला। समाजवादी पार्टी केवल मुसलमानों का वोट चाहती है, वे कोई काम नहीं करते हैं और यहां NDA काम कर रही है।”
CM आवास के नीचे ‘शिवलिंग’ होने का दावा कर क्या बोले थे अखिलेश यादव?
संभल में प्राचनी स्थलों की तलाश में जारी खुदाई के बीच ही सपा मुखिया ने बड़ा दावा किया है। Akhilesh Yadav ने बीते शाम मीडिया से बात करते हुए कहा था कि “खुदाई का काम चल ही रहा है, इसलिए मेरा मानना है कि मुख्यमंत्री आवास के नीचे भी एक शिवलिंग है। हमें पूरा विश्वास है कि वहां शिवलिंग है। हम सभी को इसकी खुदाई की तैयारी करनी चाहिए। मीडिया को मौके पर पहले जाना चाहिए, हम उसके बाद शामिल होंगे।” अखिलेश यादव के इस बयान के बाद BJP के कई नेताओं ने आपत्ति जताते हुए उन पर निशाना साधा है और इसी कड़ी में प्रदेश का सियासी पारा चढ़ता नजर आया है।