Ganga Expressway: उत्तर प्रदेश में पूर्वी और पश्चिमी हिस्से को जोड़ने वाले गंगा एक्सप्रेसवे को काफी अहम माना जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे के जरिए जहां एक तरफ, यूपी के दो छोर आपस में सीधे कनेक्ट हो जाएंगे। इससे लोगों को पूर्व से पश्चिमी यूपी तक पहुंचने में काफी कम टाइम लगेगा। वहीं, दूसरी ओर इस एक्सप्रेसवे के उन्नाव के पास प्रदेश सरकार एक बड़ी योजना पर काम कर रही है। जी हां, उन्नाव के पास नया इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाने की तैयारी की जा रही है। इस संबंध में एक लेटेस्ट अपडेट सामने आई है।
Ganga Expressway के पास बनेगा नया इंडस्ट्रियल कॉरिडोर
‘Jagran’ की रिपोर्ट के मुताबिक, गंगा एक्सप्रेसवे पर पड़ने वाले उन्नाव के पास नया इंडस्ट्रियल कॉरिडोर जिले के विकास के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है। उन्नाव के पास बिछिया विकासखंड के सरायं कटियान में 132 हेक्टेयर का इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाया जा रहा है। वहीं, अब इसी से जुड़ी जमीन पर 316 हेक्टेयर भूमि पर नया इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश के मुख्य सचिव ने अपने स्थानीय दौरे से इस नए इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की भूमिका और प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इस दौरान मुख्य सचिव ने अधिकारियों से इंडस्ट्रियल कॉरिडोर से सभी कार्यों को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।
गंगा एक्सप्रेसवे के पास नए इंडस्ट्रियल कॉरिडोर से हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार
‘Jagran’ की रिपोर्ट के मुताबिक, Ganga Expressway के उन्नाव के पास सरायं कटियान में बन रहे पहले इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में संयुक्त अरब अमीरात की कंपनी लगभग 4 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इससे लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में मछली पालन यूनिट्स को भी लगाया जाएगा। इस दौरान यहां पर 35 हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। रिपोर्ट के अनुसार, उन्नाव के नए इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के निर्माण से बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर और हरदोई जिलों में विकास नई रफ्तार पकड़ सकता है।
Ganga Expressway Latest Update
यूपी एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुताबिक, जून 2025 तक गंगा एक्सप्रेसवे का कुल निर्माण कार्य 84 फीसदी तक पूरा हो चुका है। वहीं, कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, गंगा एक्सप्रेसवे साल के आखिर तक पूरी तरह से बनकर तैयार हो सकता है। गंगा एक्सप्रेसवे की लेटेस्ट अपडेट यह है कि इसे अगले साल की शुरुआत में लोगों के लिए खोला जा सकता है।