Ganga Expressway: उत्तर प्रदेश लगातार विकास की राह पर अग्रसर है। यूपी सरकार प्रदेशवासियों को बेहतर सड़क कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। यूपीईआईडीए यानी उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी गंगा एक्सप्रेसवे पर काफी तेज गति से निर्माण कार्य कर रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस एक्सप्रेसवे के पूरा होने के बाद यूपी की उन्नति को नई रफ्तार मिल सकती है। साथ ही आर्थिक विकास की गति में भी उछाल आ सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह एक्सप्रेसवे जल्द ही लोगों के लिए शुरू किया जा सकता है।
Ganga Expressway से इन जिलों को मिलेगा सीधा फायदा
यूपीईआईडीए के मुताबिक, गंगा एक्सप्रेसवे का लगभग 93 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। ऐसे में एक्सप्रेसवे पर थोड़ा बहुत फिनिशिंग का काम ही बाकी रह गया है। ऐसे में कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद यूपी के पूर्व से पश्चिम तक का सफर काफी सुगम और सुविधाजनक हो जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के जरिए यूपी के 12 जिलों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी हो जाएगी। साथ ही इन सभी जिलों के स्थानीय कारोबार में भी इजाफा देखने को मिल सकता है। इसमें मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज का नाम शामिल है। लगभग 600 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे को 6 लेन के साथ तैयार किया गया है। भविष्य में इसे 8 लेन तक बढ़ाया जा सकता है।
गंगा एक्सप्रेसवे पर सुहाना और सुगम हो जाएगा सफर
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वर्तमान में मेरठ से प्रयागराज तक के सफर के लिए 10 से 12 घंटे का समय लगता है। मगर गंगा एक्सप्रेसवे के खुलने के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि यह वक्त घटकर आधा रह जाएगा। ऐसे में 6 घंटे के अंदर गंगा एक्सप्रेसवे को पार किया जा सकता है। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इस एक्सप्रेसवे पर 120 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से वाहन दौड़ सकते हैं। इस एक्सप्रेसवे के जरिए यूपी के कई अन्य एक्सप्रेसवे को भी इससे लिंक किया जा सकता है। ऐसे में यूपी में सड़क मार्क की कनेक्टिविटी बेहतर होने के साथ वर्ल्डक्लास होने वाली है। इस एक्सप्रेसवे को फरवरी 2026 तक पूरी तरह से खोला जा सकता है। हालांकि, अभी तक इसके खुलने के संबंध में कुछ भी ऑफिशियल नहीं हुआ है।
