Lucknow Kanpur Expressway: उत्तर प्रदेश में इस समय सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य चल रहा है। यूपी इन एक्सप्रेसवे के दम पर तेजी से विकास की ओर दौड़ रहा है। ऐसे में इस लिस्ट में एक एक्सप्रेसवे का नाम और शामिल कर लीजिए। खबरों के मुताबिक, लखनऊ कानपुर एक्सप्रेसवे को Bundelkhand Expressway के साथ कनेक्ट किया जाएगा। इन दोनों एक्सप्रेसवे के जुड़ने से यूपी के पूर्वी हिस्से को सबसे अधिक लाभ होने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के जरिए प्रदेश की राजधानी लखनऊ के साथ कई अन्य जिलों की कनेक्टिविटी काफी बेहतर हो जाएगी।
Lucknow Kanpur Expressway से लिंक होगा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे
बता दें कि लखनऊ कानपुर एक्सप्रेसवे लगभग 63 किलोमीटर लंबा होगा। इसमें 18 किलोमीटर का हिस्सा ऐलिवेटिड होगा, जबकि 45 किलोमीटर का भाग अविकसित जमीन पर तैयार किया जाएगा। फिलहाल मौजूदा वक्त में लखनऊ और कानपुर के बीच की दूरी 91 किलोमीटर है। मगर इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद यह दूरी 63 किलोमीटर की रह जाएगी।
वहीं, इसके साथ Bundelkhand Expressway कनेक्ट होगा, तो इससे पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिण हिस्से को सबसे बड़ा लाभ होने की संभावना है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे लगभग 296 किलोमीटर लंबा है। 4 लेन के बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का नाम 2018 में बदलकर अटल पथ कर दिया गया था। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे चित्रकुट से शुरू होकर इटावा पर खत्म होता है।
लखनऊ कानपुर एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे कनेक्ट होने से बदल सकती है इन जिलों की तकदीर
जानकारी के मुताबिक, Lucknow Kanpur Expressway NH-27 के साथ-साथ चलेगा। अगर रिपोर्ट्स की मानें, तो लखनऊ कानपुर एक्सप्रेसवे जुलाई 2025 तक पूरी तरह से खुल सकता है। वहीं, Bundelkhand Expressway और लखनऊ कानपुर एक्सप्रेसवे लिंक होने से इटावा, चित्रकूट, औरेया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, बांदा जिलों को आपस में कनेक्ट करेगा। इन के जुड़ने से इन जिलों में कई तरह के बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
इन जिलों के बुनियादी ढांचे में सुधार देखने को मिल सकता है। साथ ही इन जिलों के स्थानीय कारोबार और रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी देखने को मिल सकती है। खबरों के मुताबिक, लखनऊ कानपुर एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे इटावा जिले के कुदरैल गांव आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के जरिए कनेक्ट होने की उम्मीद है। इन दोनों एक्सप्रेसवे को कब तक लिंक किया जाएगा, इस संबंध में कुछ भी औपचारिक नहीं है।