Farooq Abdullah: घटती पर्यटकों की संख्या NC चीफ के माथे शिकन लाने का काम कर रही है। आज फिर एक बार फारूक अब्दुल्ला ने समस्त देशवासियों से बड़ी अपील करते हुए जम्मू-कश्मीर आने की बात कही है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया ने भारी मन से दु:ख व्यक्त करते हुए कहा है कि लोग जम्मू-कश्मीर आने से कतरा रहे हैं और इसका प्रमुख कारण है हाल ही में पहलगाम में हुआ आतंकी हमला। Farooq Abdullah ने ये भी बताया है कि माता वैष्णो देवी दरबार में भी भक्तों की संख्या में कमी आई है। उनका कहना है कि हमें वैष्णो देवी भी जाना पड़ेगा और श्रद्धालुओं से अपील करनी होगी कि आप यहां आएं। फारूक अब्दुल्ला ने ये तमाम बातें आज खीर भवानी माता का मेला और हजरत मीर सैयद अली हमदानी के उर्स के अवसर पर कहा है। उन्होंने इसे भाईचारा का प्रतीक बताया है।
पर्यटकों की घटती संख्या से Farooq Abdullah के माथे पर शिकन!
हालिया स्थिति को देखते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने पर्यटकों से बड़ी अपील कर दी है। एनसी प्रमुख ने कहा है कि “हमें कटरा में माता वैष्णो देवी के दर्शन करने जाना चाहिए और लोगों से वहां जाने की अपील करनी चाहिए। माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी कमी आई है। हाल ही में हुए युद्ध की त्रासदी के बाद लोग डरे हुए हैं। पहलगाम की घटना का असर पूरे देश में देखा गया।”
पूर्व सीएम Farooq Abdullah ने घाटी में भाईचारा का जिक्र करते हुए कहा है कि “यह खुशी की बात है कि खीर भवानी का मेला और हजरत मीर सैयद अली हमदानी का उर्स आज मनाया जा रहा है। घाटी में हमेशा से भाईचारा रहा है। हम इस भाईचारे को पूरे देश में देखना चाहते हैं। अगर हम एकजुट रहेंगे, तो हम तरक्की करेंगे।”
जेकेएनसी प्रमुख ने ये भी कहा है कि “मेरा सभी के लिए संदेश है कि अगर हम एकजुट रहेंगे, तो हम प्रगति करेंगे और खीर भवानी मेला भाईचारे का रास्ता दिखाता है।”
पहलगाम हमले के बाद सहमे पर्यटकों से पहले भी अपील कर चुके हैं फारूक अब्दुल्ला!
मालूम हो कि इससे पहले भी Farooq Abdullah पर्यटकों से बड़ी अपील कर चुके हैं। फारूक अब्दुल्ला ने बीते दिनों कहा था कि “इस साल हमें उम्मीद थी कि करोड़ों लोग आएंगे और हमारे पास उन्हें ठहराने के लिए कोई जगह नहीं होगी। लेकिन दुर्भाग्य से निर्दोष लोगों को मारने वालों ने यह नहीं देखा कि टैक्सी ड्राइवरों, होटल मालिकों, टट्टू मालिकों का क्या होगा। हम भगवान द्वारा दी गई सुंदरता को बेचते हैं और जीविका कमाते हैं। जो कुछ हुआ उससे हम बहुत दुखी हैं। कृपया वापस आए, हम आपका (पर्यटकों का) इंतज़ार कर रहे हैं।” बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले ने जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को बुरी तरह से प्रभावित किया है और स्थिति बेहद खराब हो गई है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक अब कश्मीर जाने से कतरा रहे हैं जिसके कारण स्थानिय लोगों की आजीविका खतरे में पड़ती नजर आ रही है।