शुक्रवार, मई 3, 2024
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Cancer Capital of the World: ‘Cancer Capital’ बना भारत, तेजी से पांव पसार रहे इस बीमारी से ऐसे करें बचाव

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Cancer Capital of the World: इसमें कोई दो राय नहीं है कि कैंसर एक खतरनाक बीमारी है और इससे कई लोग जूझते हैं। यह बात भी सच है कि इस बीमारी से लोग अपनी जान गंवा देते हैं। पिछले कुछ समय में इस बीमारी का इलाज तो संभव हो गया है लेकिन आज भी आम लोगों के लिए यह संभव नहीं हो सका है। इस सबके बीच एक रिपोर्ट में इस पर चिंता व्यक्त की गई है। शोध में कहा गया है कि जिस तरह देश में कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं वह निश्चित तौर पर चिंताजनक है। कैंसर के मामलों ने वैश्विक दरों को पार करते हुए भारत को विश्व की ‘कैंसर राजधानी’ बना दिया है।

कैंसर रोगियों की संख्या है चिंताजनक

शोधकर्ताओं के अनुसार 2022 तक 20 मिलियन लगभग 2 करोड़ कैंसर के मामलों से निजात पाया गया और 97 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। जिस तरह कैंसर रोगियों की संख्या बढ़ रही है वह बेहद चिंताजनक है। बावजूद इसके कि इसका इलाज संभव हो गया है लेकिन लोगों को लास्ट स्टेज पर ही पता चलता है। इससे कई लोग जान गंवा देते हैं। आजकल कैंसर से यंग जनरेशन भी पीड़ित है।

आंकड़े आपको कर देंगे हैरान

इस बारे में आंकड़े भी जारी किए गए हैं और कहा गया है कि साल 2020 में लगभग 12 लाख कैंसर के मामले और 9.3 लाख मौतें दर्ज की गई है जो वाकई काफी हैरान कर देने वाली है। वही एक रिपोर्ट्स में ही अभी कहा जा रहा है कि इस दशक तक कैंसर के मामले 12% तक बढ़ सकते हैं और देश में इस बीमारी से कई लोगों की मौत हो सकती है वही यह भी कहा जा रहा है कि 2050 तक कैंसर रोगियों की संख्या 35 मिलियन (3.5 करोड़) प्रतिवर्ष तक हो सकती है।

सबसे बड़ा देश बना भारत

आपको यह बात जानकर हैरानी होगी की एशिया में कैंसर की बीमारी के मामले में भारत सबसे बड़ा देश बन गया है और आने वाले दिन में इसकी बढ़ोतरी और भी तेजी से होगी। अगर रिपोर्ट्स और आंकड़ों की बात करें तो इसमें कहा गया है कि चीन और जापान के अलावा भारत भी कैंसर के नए मामलों की लिस्ट में टॉप 3 में शुमार है।

आ रहे हैं ये कैंसर के मामले सामने

अगर भारत में कैंसर की बात करें तो महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर के मामले सबसे ज्यादा देखे जाते हैं और अक्सर महिलाएं इन कैंसर से पीड़ित होती है। जबकि पुरुषों में फेफड़े, मुंह और प्रोस्टेट कैंसर के मामले सामने आते हैं। वही एक रिपोर्ट में या भी कहा गया है कि 3 भारतीय में से एक प्री डायबिटिक है तो तीन में से दो हाइपरटेंसिव और 10 में से एक डिप्रेशन से जूझ रहा है।

कुछ इस तरह करें कैंसर से बचाव

  • कैंसर से रोकधाम के लिए जरूरी है कि समय-समय पर टेस्ट करवाए और अपने हेल्थ चेकअप को बिल्कुल भी मिस ना करें। ताकि समय रहते कैंसर की जांच पड़ताल की जा सके।
  • जेनेटिक्स कारण भी कैंसर बीमारी की एक वजह है। ऐसे में आप अगर स्क्रीनिंग करवाएंगे तभी आपको पता चलेगा कि आप कैंसर से जूझ रहे हैं और समय रहते आप इलाज करवा सकेंगे।
  • अगर आप अपनी वेट गेन से परेशान है तो इसे भी हल्के में ना लें और डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
  • बीपी को कंट्रोल में रखना भी बेहद जरूरी है और अगर आपको इसमें कुछ कन्फ्यूजन होता है तो डॉक्टर से संपर्क करने में जरा भी देर ना करें।
  • तंबाकू के सेवन से जहां तक हो सके दूर रहे क्योंकि यह कैंसर को बूस्ट करता है।

डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में बताए गए स्‍वास्‍थ्‍य, हेल्‍थ अपडेट, न्‍यूट्रीशन, पोषण, चिकित्‍सा व चिकित्‍सकीय सहायता संबंधी किसी भी तरह के उपचार/उपाय/विधि/दवा/डाइट/तरीका/दावों पर अमल करने से पहले संबंधित डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। चिकित्‍सकीय सलाह के बाद ही सुझाए गए उपायों व तरीकों को अमल में लाएं। इस आर्टिकल के जरिये हमारा उद्देश्य केवल जानकारी व सूचना उपलब्‍ध करवाना है। DNP INDIA MEDIA NETWORK आर्टिकल में दिए गए संबंधित विवरणों की सटीकता /प्रमाणिकता/गारंटीड लाभ व दावों की पुष्टि नहीं करता है और न ही इसके लिए उत्‍तरदायी है।

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Anjali Wala
Anjali Walahttp://www.dnpindiahindi.in
अंजलि वाला पिछले कुछ सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, अंजलि DNP India वेब साइट में बतौर Sub Editor काम कर रही हैं। उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है।

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