Diabetes: गुड़ को चीनी से ज्यादा हेल्दी माना जाता है। इसकी वजह इसमें मौजूद विटामिन ,फॉस्फोरस , मैग्नीशियम , कैल्शियम, जिंक, पोटैशियम और आयरन जैसे तत्व है। यही वजह है कि, गुड़ के सेवन की सलाह भी दी जाती है। गुड़ की तासीर गर्म होती है। इससे इम्यूनिटी मजबूत होती है। सर्दियों में जुकाम और ठंड से बचने के लिए अकसर घरों में ये खूब इस्तेमाल होता है। गुड़ की चाय को लोग चाव से पीते हैं। इसके सेवन से ब्लड प्रेशर तो कंट्रोल रहता ही है इसके साथ ही ये खून को साफ भी करता है। ये एक डिटॉक्स ड्रिंक की तरह काम करता है। लेकिन क्या डायबिटीज के मरीज को गुड़ की चाय पीनी चाहिए या नहीं , इसके बारे में एक बार जरुर जान लीजिए।
Diabetes के पेशेंट्स क्या गुड़ की चाय पी सकते हैं?
डायबिटीज के मराजों को मीठी चीजों का सेवन करने से मना किया जाता है। वहीं, अगर शुगर का मरीज चीनी छोड़ गुड़ का सेवन चाय या फिर किसी भी रुप में करता है तो उसे काफी हानि पहुंच सकती है। गुड़ में कैलोरी और शर्करा दोनों पायी जाती है। जिसकी वजह से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है और मरीज को हेल्थ संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए किसी भी मौसम में गुड़ की चाय या फिर गडड़ खाने से डायबिटिज के मरीज को बचना चाहिए।
गुड़ किन लोगों के लिए है जहर?
गुड़ सिर्फ डायबिटिज में ही नुकसान नहीं पहुंचाता है बल्कि हाई ब्लड प्रेशर, सूजन और मोटापे से जूझ रहे लोगों को भी इसके सेवन से बचना चाहिए। गुड़ में सुक्रोज पाया जाता है। जिन लोगों को भी हड्डियों से जुड़ी बीमारी अर्थराइटिस होती है। उनके लिए ये काफी नुकसानदायक होता है। स्किन पर एलर्जी होने पर गुड़ का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही नकसीर बहने वाले वाले लोगों को भी गुड़ के सेवन से बचना चाहिए। कब्ज की बीमारी में भी गुड़ काफी नुकसान पहुंचाता है।






