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क्या पुरुष चिकित्सक के मुकाबले महिला डॉक्टर्स होती हैं जीवनदायिनी? रिपोर्ट में किया गया चौंका देने वाला दावा

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National Doctor's Day: 1 जुलाई का दिन चिकित्सकों के साथ देश के हर नागरिक के लिए बेहद खास है। इस दिन देश के विभिन्न हिस्सों में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (National Doctor's Day) मनाया जा रहा है।

Female Doctors: क्या कभी आपने डॉक्टर से इलाज करने से पहले यह सोचा है कि आप जिसके पास गए हैं वह महिला है या फिर पुरुष। अक्सर लोग इस बात पर ध्यान नहीं देते हैं लेकिन एक रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया कि महिला डॉक्टर्स से इलाज करवाने पर पुरुष डॉक्टर के मुकाबले मृत्यु दर और दोबारा इलाज की जरूरत कम पड़ती है। जी हां, यह चौंकाने वाली बात है लेकिन इसमें कहा गया है कि अगर महिला डॉक्टर से इलाज कराया जाए तो मौत के चांसेस भी कम होते हैं और इसके अलावा दोबारा हॉस्पिटल का चक्कर भी नहीं लगता है। आइए जानते हैं आखिर क्या है यह पूरी खबर।

इतने मरीजों पर किया गया शोध

एनल्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक इस बारे में शोध किया गया जिसमें करीब 7 लाख 76000 मरीजों को अंडर ऑब्जर्वेशन रखा गया। वहीं इसमें से 4 लाख 58 हजार 100 महिला थी तो 3 लाख 18800 मरीज पुरुष थे। इन पर शोध किया गया और बाद में जो परिणाम निकला वह किसी को भी चौंका देने के लिए काफी है। फिलहाल इस पर गहन चिंतन जारी है लेकिन आपको मृत्यु दर के बीच महिला और पुरुष के आंकड़े को जानकर हैरानी होगी।

मृत्यु दर में फासले देख रह जाएंगे दंग

इस रिपोर्ट में यह दावा किया गया कि अंडर ऑब्जर्वेशन रहने वाले मरीजों में से अगर महिला मरीजों की बात करें तो 8.15% महिला की मौत हो गई जिनका इलाज एक महिला डॉक्टर कर रही थी। वहीं पुरुष डॉक्टर द्वारा इलाज किए जाने पर 8.38 प्रतिशत महिलाओं ने अपनी जान गंवा दी। अगर पुरुषों की मौत की बात करें तो महिला के इलाज के बाद 10.15% मृत्यु दर रही वहीं जब पुरुष डॉक्टर ने इलाज किया तो 10.23% लोगों की मौत हुई।

क्या हो सकती है वजह

वहीं रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि महिला डॉक्टर मरीज के साथ ज्यादा समय बिताती है और वह उनका अच्छे से देखभाल भी करती है। हर एक छोटी सी छोटी परेशानी को लेकर बात करती है। वहीं पुरुष डॉक्टर के साथ ऐसा नहीं होता है। महिला डॉक्टर के साथ बात करने में महिलाएं सजग भी रहती है और वह अपनी हर परेशानी डॉक्टर को बेझिझक बताती है। रिपोर्ट में यह बताया गया कि एक महिला डॉक्टर अपने मरीज पर करीब 23 मिनट देती है तो पुरुष डॉक्टर 21 मिनट। फिलहाल इस बारे में और भी शोध जारी है।

डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में बताए गए स्‍वास्‍थ्‍य, हेल्‍थ अपडेट, न्‍यूट्रीशन, पोषण, चिकित्‍सा व चिकित्‍सकीय सहायता संबंधी किसी भी तरह के उपचार/उपाय/विधि/दवा/डाइट/तरीका/दावों पर अमल करने से पहले संबंधित डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। चिकित्‍सकीय सलाह के बाद ही सुझाए गए उपायों व तरीकों को अमल में लाएं। इस आर्टिकल के जरिये हमारा उद्देश्य केवल जानकारी व सूचना उपलब्‍ध करवाना है। DNP INDIA MEDIA NETWORK आर्टिकल में दिए गए संबंधित विवरणों की सटीकता /प्रमाणिकता/गारंटीड लाभ व दावों की पुष्टि नहीं करता है और न ही इसके लिए उत्‍तरदायी है।

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Anjali Wala
Anjali Walahttp://www.dnpindiahindi.in
अंजलि वाला पिछले कुछ सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, अंजलि DNP India वेब साइट में बतौर Sub Editor काम कर रही हैं। उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है।

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