Sleeping Habits: सर्दियों ने भले ही दस्तक दे दी हो लेकिन उसके बाद भी कुछ लोग पंखे की हवा का आनंद ले रहे हैं। लेकिन क्या आपको पता है? ठंडी हवा देने वाले पंखें के सामने या नीचे सोना किसी धीमे जहर से कम नहीं है। अगर आप भी ऐसा करते हैं तो एक नहीं अनेक बीमारियों से घिर सकते हैं। ये धीरे-धीर इंसान की त्वचा ही नहीं बल्कि सासों के लिए भी बेहद खतरनाक है। आज हम आपको पंखें की हवा के सामने सोने वाले लोगों को होने वाली गंभीर बीमारियों के बारे में बताने जा रहे है।
Sleeping Habits: पंखा कैसे ले रहा धीरे-धीरे जान?
Genuis Health नाम के एक्स हैंडल से एक डॉक्टर का वीडियो पोस्ट किया गया है। जिसमें वह बता रहे हैं कि, पंखे के नीचे सोना कितना खतरनाक हो सकता ? अगर आप भी सोते हुए इस तरह की गलतियां करते हैं को सावधान हो जाएं। क्योंकि ये आदत कभी भी जान ले सकता है।
हाथ पैरों में दर्द
जो लोग भी पंखे की तेज हवा के नीचे या फिर सामने सोता है तो उसे नी त्वचा से जुड़ी समस्याएं हो सकती है। पंखे की हवा त्वचा को रुखा बना देती है। जिसकी वजह से मांसपेशियों में अकड़न पैदा करता है। ये बॉडी में दर्द का कारण बन सकता है। वहीं, समय से पहले बूढ़ापा भी आ सकता है।
सांस लेने में परेशानी
पंखें की हवा नाक और सांस की नली को ड्राय कर देती है। जिसकी वजह से सांस लेने में परेशानी हो सकती है। अगर सुबह उठते ही आपको सांस लेने में दिक्कत आ रही है तो पंखे की डायरेक्ट हवा से बचें।
सर्दी-जुकाम की समस्या
पंखें की ठंडी हवा जुकाम और गले में खराश का कारण बन सकती है। पंखें की हवा गले की झिल्ली को ठंडा करके वायरस और बैक्टीरिया को पैदा करती है। जिसकी वजह से नजले और जुकाम की समस्या हो सकती है।
अस्थमा की समस्या में बढ़ोतरी
पंखें के नीचे सोने की आदत अस्थमा और एलर्जी को बढ़ा सकती है। पंखे की हवा में धूल के कड़ घूमते रहते हैं जो कि, नाक और मुंह के जरिए गले में जाते हैं और एलर्जी के साथ अस्थमा को बढ़ाते हैं।






