Arvind Singh Mewar: राजस्थान के उदयपुर से एक दुखद खबर सामने आई है। जिसमें पूर्व राजपरिवार के सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़ के निधन की पुष्टि हुई है। परिवार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार लंबी बीमारी के बाद उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया है। उनका अपने निवास स्थान सिटी पैलेस में इलाज चल रहा था। रविवार (16 मार्च) की सुबह वे सांसारिक सुखों को त्याग कर परमधाम चले गए। 81 वर्षीय Arvind Singh Mewar महाराणा प्रताप के वंशज थे। वे एचआरएच होटल समूह के चेयरमैन भी थे। सोमवार सुबह 7 बजे से सिटी पैलेस में उनके पार्थिव शरीर के दर्शन किए जा सकेंगे। उनकी अंतिम यात्रा सुबह 11 बजे शंभू पैलेस से शुरू होकर बड़ी पोल, जगदीश चौक, घंटाघर, बड़ा बाजार, दिल्ली गेट होते हुए महासतिया पहुंचेगी। जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
Arvind Singh Mewar के निधन पर मित्रों ने जताया शोक
वहीं Arvind Singh Mewar के निधन पर उदयपुर के राजघराने और शहर में शोक की लहर है। परिवार और शुभचिंतक उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे थे, लेकिन दुर्भाग्यवश वे जिंदगी की जंग हार गए। अरविंद सिंह मेवाड़ के निधन पर उनके मित्र और पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा, मेरे लिए यह सौभाग्य की बात है कि मैं उनके साथ पढ़ा।
इसके अलावा उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने अरविंद सिंह मेवाड़ के निधन पर दुख जताते हुए एक्स हैंडल पर लिखा, “मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य अरविंद सिंह जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के वंशज के रूप में उन्होंने मेवाड़ की गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाया। उनका योगदान और प्रेरणादायक व्यक्तित्व सदैव स्मरणीय रहेगा। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और परिजनों को यह अपार दुख सहन करने की शक्ति दे।”
अरविंद सिंह मेवाड़ की कुल संपत्ति
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अरविंद सिंह मेवाड़ का जन्म 13 दिसंबर 1944 को सिटी पैलेस उदयपुर में हुआ था। वे उदयपुर के पूर्व महाराणा भगवत सिंह मेवाड़ और सुशीला कुमारी मेवाड़ के छोटे बेटे थे। उन्होंने मेवाड़ की संस्कृति और परंपरा को जीवित रखने के लिए कई सराहनीय कार्य किए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक Arvind Singh Mewar की संपत्ति की कीमत करीब 50 हजार करोड़ रुपये है। हालांकि, इस संपत्ति को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। जिसमें चाचा-भतीजे के बीच की लड़ाई चर्चा का विषय रही है।