Tuesday, May 20, 2025
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उग्रवादियों ने सुरक्षाकर्मियों के वेश में तीन लोगों पर की ताबड़तोड़ फायरिंग, जांच के लिए SIT का हुआ गठन

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Biren Singh: "मणिपुर के लिए वर्ष 2024 दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। कई लोगों ने अपनों को खोया और कईयों को घर छोड़ना पड़ा। मैं मणिपुर के लोगों से माफी मांगता हूं।" ऐसा कहना था Manipur के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह का जिन्होंने न्यू ईयर 2025 की पूर्व संध्या मीडिया से बात-चीत की।

‘मैं Manipur के लोगों से माफी..,’ 2024 की आखिरी शाम भावुक हुए CM N Biren Singh! न्यू ईयर से पहले लोगों को दिया बड़ा...

N Biren Singh: उत्तर पूर्वी छोर पर बसे मणिपुर राज्य के लिए वर्ष 2024 बेहद दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। ऐसा हम नहीं बल्कि सूबे के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह स्वयं कह रहे हैं। मणिपुर सीएम ने आज वर्ष 2024 की आखिरी शाम पर जनता को संबोधित करते हुए कई अहम बातों का जिक्र किया है।

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Manipur Violence: उत्तर पूर्वी राज्यों की सियासत में अपनी अलग पैठ जमा चुके असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा अभी झारखंड में व्यस्त हैं। झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election 2024) का प्रभार बीजेपी (BJP) ने उन्हीं के देख-रेख में संभाला है।

Manipur Violence: मणिपुर में दिन-प्रतिदिन हिंसा बढ़ती ही जा रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार को जातीय हिंसा प्रभावित इंफाल के एक गांव से नया मामला सामने आया है। दरअसल मणिपुर में चल रही हिंसा के बीच उग्रवादी सुरक्षाकर्मियों के वेश में आए। इसी के साथ उन्होंने तलाशी अभियान के बहाने लोगों को घर से बुलाया और अचानक से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इस घटना में 3 लोगों की मौत हो गई है। वहीं अन्य लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। इसी कड़ी में इस घटना को लेकर नई अपडेट भी सामने आई है।

मेईती समुदाय से थे उग्रवादि

आपको बता दें कि, मणिपुर इंफाल में हुई यह घटना कांगपोकी और इंफाल वेस्ट जिलों की सीमा पर खोकेन की बताई जा रही है। इसी के साथ ये बताया जा रहा है कि, जिन उग्रवादियों ने सुरक्षाकर्मियों का वेश बदला था वह मेईती समुदाय से हैं। इसी कड़ी में बता दें कि अधिकारियों का कहना है कि, गांव की नियमित गश्त पर निकले सुरक्षा बल गोली चलने की आवाज सुनकर वहां पहुंचे, लेकिन तब तक उग्रवादी इलाके से भाग गये थे।

जांच के लिए SIT का किया गया गठन

8 जून को अधिकारियों ने बताया कि, केंद्रीय जांच एजेंसी (एसबीआई) मणिपुर सरकार की तरफ से सौंपी गई हिंसा से जुड़े छह मामलों की जांच कर रही है। इसी के साथ उन्होंने बताया कि, डीआईजी रैंक के एक अधिकारी अगुवाई में इस घटना के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्वोत्तर राज्य की अपनी यात्रा के दौरान छह एफआईआई की सीबीआई जांच की घोषणा की थी। ऐसे में अब इन मामलों की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया जा रहा है।

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हिंसा में हुई 100 लोगों की मौत

दरअसल मणिपुर में मेइती समुदाय सरकार से अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग कर रही थी। जिसके बाद विरोध होने लगे और धीरे-धीरे ये विरोध हिंसा में बदल गया। बता दें कि, मणिपुर में चल रही इस हिंसा में अब तक 100 लोगों की मौत हो चुकी है। वही 300 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। सरकार ने मणिपुर में शांति बनाए रखने के लिए लगभग 10,000 जवानों को तैनात किया गया है।

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Anjali Sharma
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अंजलि शर्मा पिछले 2 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हैं। अंजलि ने महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से अपनी पत्रकारिता की पढ़ाई की है। फिलहाल अंजलि DNP India Hindi वेबसाइट में कंटेंट राइटर के तौर पर काम कर रही हैं।

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